उच्च शिक्षा के लिए भारतीय छात्रों का पसंदीदा देश अमेरिका बनता जा रहा है। वहीं भारत में शिक्षा प्राप्त करने आए अमेरिकी छात्रों की संख्या कम होती जा रही है। अमेरिका में अध्ययनरत विदेशी छात्रों में संख्या के लिहाज से चीन के बाद भारत दूसरे स्थान पर है। वहीं भारत जाने वाले अमेरिकी छात्रों की संख्या में बीते एक साल में १५ प्रतिशत की गिरावट आई है।
अमेरिकी रिपोर्ट ओपेन डोर्स रिपोर्ट ऑन इंटरनेशनल एजुकेशनल एक्सचेंज में यह दावा किया गया है।
रिपोर्ट कहती है कि अमेरिका में अध्ययनरत विदेशी छात्रों में सबसे ज्यादा (१८ प्रतिशत) चीन से हैं। १५ प्रतिशत छात्रों के साथ भारत दूसरे स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार प़ढ़ाई के लिए अमेरिका आने वाले छात्रों की संख्या में तीन प्रतिशत की ब़ढ़ोतरी हुई। वर्ष २००९-१० के शैक्षिक सत्र के दौरान यहां कुल छह लाख नब्बे हजार नौ सौ तेइस विदेशी छात्र आए। अमेरिका में विदेशी छात्रों के आगमन का यह अब तक का शीर्ष आंक़ड़ा है।
उल्लेखनीय है कि हाल के वर्षों में अमेरिकी छात्रों के लिए अध्ययन के मामले में भारत पसंदीदा जगह रहा है। लेकिन रिपोर्ट में इस साल भारत जाने वाले अमेरिकी छात्रों में १५ प्रतिशत की कमी दर्शाई गई है। विदेश में अध्ययन के लिए अमेरिकी छात्रों के सबसे पसंदीदा देशों की सूची में ब्रिटेन, इटली, स्पेन और फ्रांस सर्वप्रमुख हैं। चीन इस श्रेणी में पांचवा देश बन गया है। भारत इस सूची में २१वें स्थान पर है(नई दुनिया,दिल्ली,16.11.2010)।
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