शिक्षिकाओं को चुनावी ड्यूटी मिलने से सोमवार को बवाल मच गया। नामकोम में चार शिक्षिकाओं को चुनावी कार्य में लगाए जाने का मामला सामने आया है। शिक्षिकाओं ने नामकोम के बीडीओ सह सीओ को पत्र लिखकर इस संबंध में कार्रवाई की मांग की है। जिला प्रशासन ने शिक्षिकाओं को चुनाव कार्य से मुक्त रखने का आदेश दिया है।
राजकीय मध्य विद्यालय, टाटी सिलवे, नामकोम की प्रधानाध्यापिका नंदिनी दत्त, राजकीय कृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय उलातु सिलवे, नामकोम की प्रधान शिक्षिका जीदन होरो और राजकीय कृत कन्या मध्य विद्यालय सिलवे, नामकोम की सहायक शिक्षिका उषा कुमारी व सहायक शिक्षिका उषा रानी सरिता तिग्गा को चुनाव कार्य में लगाने का आदेश जारी किया गया है। इसको लेकर प्रखंड कार्यालय में कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा है। वहा से उन्हें कार्रवाई का आश्वासन भी मिला है। लेकिन आक्रोशित शिक्षिकाओं का कहना है कि जब सभी शिक्षिकाओं को चुनाव कार्य से मुक्त किया गया है तो उन्हें ड्यूटी क्यों दी गयी। इस मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक प्रदीप चौबे का कहना है कि पूर्व से उन शिक्षिकाओं का नाम चुनावी ड्यूटी में लगाने का निर्णय लिया गया होगा। अभी गलती से उन्हें प्रतिनियुक्ति पत्र भेजा गया है। शिक्षिकाओं को चुनाव कार्य से मुक्त रखा गया है और इस मामले में तुरत कार्रवाई होगी(दैनिक जागरण,नामकुम,9.11.2010)।
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