हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुए मय्य़ड़ कांड प्रकरण में साथी की गिरफ्तारी पर जाट समुदाय के लोग फिर से भ़ड़क गए। जाटों ने रविवार की सुबह मय्यड़ में जनसभा करके पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हिसार-दिल्ली मार्ग जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया,लेकिन कोई भी पुलिस कर्मी मय्य़ड़ में आंदोलन स्थल तक नहीं पहुंच सका। जाटों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगे पूरी नहीं की तो फिर से मय्य़ड़ कांड दोहराया जा सकता है।
हरियाणा में आरक्षण की मांग को लेकर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों लोगों ने चार दिन तक हरियाणा में आगजनी व हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिया था। इस प्रदर्शन के दौरान जींद जिले के उकलाना पुलिस थाने से प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मियों की बंदूके उठा ली थी। हालांकि कुछ दिन बाद पंचायतियों के हस्तक्षेप के बाद बंदूके वापस कर दी गई,लेकिन पुलिस ने शनिवार की रात हथियार उठाने के आरोप में कार्रवाई करते हुए हांसेवाला निवासी राकेश उर्फ पोली को गिरफ्तार कर लिया। इस बात से गुस्साए जाट रविवार की सुबह फिर से प्रदेश महासचिव महेंद्र सिंह पूनिया के नेतृत्व में मय्यड़ में एकत्र हो गए। लाठी व डंडों से लैस प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल थी।
पूनिया ने कहा कि सरकार ने घोषणा के बावजूद इस आंदोलन में शहीद हुए युवक के स्मारक के लिए जमीन नहीं दी है। अभी तक घायलों को मुआवजा नहीं दिया गया है। सरकार अपने वादे से पीछे हट रही है। घोषणा के बावजूद हांसेवाला निवासी राकेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूनिया ने कहा कि इस बारे में पुलिस अधीक्षक हनीफ कुरैशी के साथ भी बातचीत की गई है। अगर प्रशासन ने राकेश को नहीं छो़ड़ा तो फिर से पूरे हरियाणा में आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। जाट समुदाय के लोगों ने आरक्षण के आंदोलन की रणनीति घोषित करने के लिए आगामी पांच दिसंबर को हिसार में बैठक बुलाई है। इसी दौरान जाट नेताओं ने जिला प्रशासन को २४ घंटे का समय देते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगाया जाम खोल दिया(नई दुनिया,दिल्ली संस्करण,29.11.2010 में चंडीगढ़ से रिपोर्ट)।
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