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19 नवंबर 2010

मिथिला विश्वविद्यालयःरिमेडियस कोचिंग का लाभ उठा रहे छात्र

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के करीब तीन दर्जन कालेज के साथ-साथ तीन स्नातकोत्तर विभागों में यूजीसी पोषित रिमेडियल कोचिंग का संचालन किया जा रहा है। इस कोचिंग में छात्रों को स्नातक व स्नातकोत्तर पाठयक्रमों के साथ-साथ नेट, बीपीएससी व अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करायी जाती है। कतिपय कालेजों के कोचिंग में छात्रों का वर्ग चल रहा है। वहीं कतिपय कालेजों में कोचिंग शुरू करने की योजना तैयार की जा रही है। जानकारी के मुताबिक लनामिवि के स्नातकोत्तर वाणिज्य व व्यवसाय प्रशासन विभाग में नेट परीक्षा की तैयारी के लिए पिछले छह माह से कोचिंग चलाया जा रहा है। जिसमें विभिन्न विषयों के छात्रों का नामांकन लिया जाता है। नामांकन के लिये 50 सीट निर्धारित है। इसी प्रकार स्नातकोत्तर उर्दू विभाग में स्नातकोत्तर पाठयक्रमों तथा समाज शास्त्र विभाग में विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग संचालित किया जा रहा है। इतना ही नहीं लनामिवि के क्षेत्राधीन अंगीभूत व सम्बद्ध कालेजों में यूजीसी से स्वीकृत परियोजना के तहत 36 कालेजों में रिमेडियस कक्षा संचालित किया जाना है। 

यूजीसी ने अनुसूचित जाति, जन जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक छात्रों के लिए इस कोचिंग के संचालन के लिए अनुदान विमुक्त किया है। स्थानीय एमएलएसएम कालेज में स्नातक कथाओं के पाठ्यक्रम तथा विभिन्न सेवाओं में प्रवेश के लिए अलग-अलग कोचिंग कक्षा का आयोजन किया गया। इसमें छात्रों ने गहरी रूचि दिखाई है। वहीं एएनडी कालेज, एपीएसएम कालेज, बीआरबी कालेज, बीएम कालेज, बीएमए कालेज सीएमजे कालेज, सीएम कालेज, को-आपरेटिव कालेज, एचपीएस कालेज, जेएन कालेज मधुबनी, जेएन कालेज नेहरा, केभएस कालेज, केएस कालेज, एलएनजे कालेज, एमआरएम कालेज, एमके कालेज, एमएलएस कालेज, एमकेएस कालेज, मारवाड़ी कालेज, आरके कालेज, आरबी कालेज, आरएन कालेज, समस्तीपुर कालेज, यूपीएस कालेज पूसा, वीएसजे कालेज, महिला कालेज (समस्तीपुर), आरबीएस कालेज, आरसीएस कालेज, केएसआर कालेज व नागेंद्र झा महिला कालेज में भी रिमेडियस कोचिंग का परियोजना स्वीकृत है। जानकारों का मानना है कि यूजीसी के इस पहल से एक ओर छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। दूसरी तरफ निजी कोचिंग से छात्रों का मोह भंग होने लगा है(दैनिक जागरण,दरभंगा,19.11.2010)।

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