महिला एवं बाल विकास विभाग में आगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायक लगाने से पहले आवेदनकर्ताओं के योग्यता प्रमाण पत्रों का संबंधित स्कू ल से सत्यापन कराया जाएगा। यदि किसी भी आवेदनकर्ता का योग्यता प्रमाण पत्र जाच के दौरान फर्जी पाया गया तो उनके खिलाफ आपराधिक मामला पुलिस में भी दर्ज कराया जाएगा। यह कथन मेवात जिला के अतिरिक्त उपायुक्त महेद्र सिंह यादव ने दैनिक जागरण से दूरभाष पर बातचीत के दौरान कही।
मेवात जिला के अतिरिक्त उपायुक्त महेद्र सिंह यादव ने कहा कि महिला एवं बाल विकास परियोजना विभाग में आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं सहायक के पदों पर नियुक्ति करते समय पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि उपरोक्त पदों के लिए मेवात में जिन महिलाओं ने आवेदन किए है। और उन्होंने आवेदन करते समय जो अपने योग्यता प्रमाण पत्र लगाए है उन सभी योग्यता प्रमाण पत्रों की उस स्कूल से सत्यापन करवाया जाएगा जिस स्कूल से उनके योग्यता के प्रमाण पत्र जारी किए गए है।
उन्होंने कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति को लगता है कि किसी ने आवेदन करते समय अपनी योग्यता का फर्जी प्रमाण पत्र लगाया है तो उसकी शिकायत वह उनसे करे। उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर निष्पक्ष जाच कराई जाएगी और यदि वह प्रमाण पत्र फर्जी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगा। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि इतना ही नहीं, योग्यता का प्रमाण पत्र यदि फर्जी पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी, जहा से वह प्रमाण पत्र जारी करवाया गया है। उन्होंने कहा कि मेवात में आगनबाड़ी वर्कर एवं सहायक के पदों पर चयन करते समय पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी और योग्य महिलाओं का ही चयन किया जाएगा(दैनिक जागरण,फिरोजपुर झिरका,26.11.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।