राजस्थान के स्कूली शिक्षक भी अब फर्राटेदार अंग्रेजी बोल सकेंगे। विद्यार्थियों को भी अंग्रेजी पढ़ाने में उन्हें झिझक महसूस नहीं होगी। इसके लिए देश-विदेश से अंगे्रजी के विशेषज्ञों को ट्रेनिंग देने के लिए बुलाया जाएगा।
हैदराबाद की इंग्लिश एंड फोरेन लेंग्वेजज यूनिवर्सिटी ने राजस्थान के पहले इंग्लिश एंड फोरेन लेंग्वेज इंस्टीट्यूट को मंजूरी दी है। यह इंस्टीट्यूट बीकानेर के टीटी कॉलेज में खोला जाएगा। इसे मानव संसाधन विकास मंत्रालय और यूजीसी से मदद मिलेगी। चालू वित्त वर्ष में आधारभूत ढांचा विकसित करने तथा आवश्यक संसाधन जुटाने के लिए इंस्टीट्यूट को पांच लाख रुपए का बजट दिया गया है। इसका प्रारंभ संभवतया जनवरी 2011 से होगा। बीकानेर के टीटी कॉलेज में शिक्षकों को अंग्रेजी का प्रशिक्षण देने के लिए वर्तमान में रिसोर्स सेंटर ही चल रहा था, जिसे अब राज्यस्तर के इंस्टीट्यूट का दर्जा दिया गया है। इंस्टीट्यूट के लिए एक सलाहकार समिति का गठन किया गया है। प्रमुख शासन सचिव, स्कूल एवं संस्कृत शिक्षा विभाग की अध्यक्षता में गठित इस समिति में प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षा निदेशक, चेयरमैन माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर, निदेशक एसआईईआरटी, बीकानेर और अजमेर के टीटी कॉलेज के प्राचार्य व चीफ रिसोर्स पर्सन को सदस्य बनाया गया है।
राजस्थान में इंग्लिश लेंग्वेज ट्रेनिंग के लिए हाल ही में कोटा और जोधपुर में भी रिसोर्स सेंटर खोले गए हैं। इसके अलावा अजमेर, जयपुर, भतरपुर और उदयपुर में रिसोर्स सेंटर खुलने प्रस्तावित हैं।
त्न केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत संचालित इंग्लिश एंड फोरेन लेंग्वेज यूनिवर्सिटी ने बीकानेर में स्टेट लेवल के इंस्टीट्यूट की मंजूरी दी है
विदेश से आएंगे विशेषज्ञ
यूजीसी से ग्रांट मिलने के कारण इस इंस्टीट्यूट में हर साल शिक्षकों को अंग्रेजी का प्रशिक्षण देने के लिए विदेशों से भी विशेषज्ञों को बुलाया जाएगा। राज्य की स्कूल, कॉलेज शिक्षा एवं निजी क्षेत्र में अंग्रेजी के जानकार शिक्षक रुटीन में चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। शिक्षकों के लिए एक-एक माह का ट्रेनिंग कैम्प चलेगा। इन कैम्पों में प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा के अंग्रेजी विषय के शिक्षकों को प्रशिक्षण लेना अनिवार्य होगा। उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों के लिए यह प्रशिक्षण अनिवार्य किया जाएगा।
अंग्रेजी संदर्भ केन्द्र से जिला, मंडल और राज्य के शिक्षकों को अंग्रेजी सीखने और पढ़ाने के तरीके समझाए जाते हैं। इसका बालकों को समुचित लाभ मिलेगा-महेन्द्र पांडे, प्रदेश महामंत्री, प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ
अंग्रेजी सिखाने के लिए इंस्टीट्यूट खोलना अच्छी बात है। इससे बीकानेर का नाम होगा। इसी प्रकार गणित विषय के लिए भी एक संदर्भ केन्द्र होना चाहिए-भंवर पुरोहित, प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष, शिक्षक संघ शेखावत
यह सही है कि सभी शिक्षकों की अंग्रेजी इतनी अच्छी नहीं है। ऐसे बहुत से शिक्षक हैं जो मिडिल कक्षाओं तक को नहीं पढ़ा पाते। उन्हें अंग्रेजी सीखने का मौका मिलेगा-जी.एस.मान, जिलाध्यक्ष, प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ
इंस्टीट्यूट का उद्घाटन संभवतया जनवरी 2011 में होगा। इस संबंध में राज्य सरकार को पत्र लिखा गया है। अलग से भवन उपलब्ध नहीं होने के कारण फिलहाल इसे कॉलेज के छात्रा छात्रावास में संचालित किया जाएगा-उमाकांत ओझा, प्राचार्य, टीटी कॉलेज, बीकानेर
बीकानेर ही क्यों
राज्य में इंग्लिश लेंग्वेज इंस्टीट्यूट के लिए बीकानेर का ही चयन क्यों किया गया है? शिक्षा विभाग का मानना है कि अंग्रेजी के मामले में राजस्थान अन्य राज्यों की तुलना में नीचे से दूसरे पायदान पर है, इसमें भी पश्चिमी क्षेत्र का रेगिस्तानी इलाका काफी पिछड़ा हुआ है। जयपुर, अजमेर, कोटा आदि शहरों के साथ जोधपुर भी शिक्षा के मामले में धनी कहा जा सकता है, जबकि बीकानेर संभाग, जैसलमेर, बाड़मेर सहित आस-पास के क्षेत्र काफी पीछे है। राज्यस्तर के इंस्टीट्यूट के कारण बीकानेर की पहचान तो बनेगी ही साथ ही यहां के शिक्षकों को अंग्रेजी में पारंगत होने के अवसर मिलेंगे। विभाग का मानना है कि यदि शिक्षक अंग्रेजी के अच्छे जानकार होंगे तो वह विद्यार्थियों को भी इस विषय का अच्छा ज्ञान दे सकेंगे। बीकानेर मं इस इंस्टीट्यूट को स्वीकृत कराने में माध्यमिक शिक्षा निदेशक भास्कर.ए. सांवत का महत्वपूर्ण योगदान रहा है(नवीन शर्मा,दैनिक भास्कर,बीकानेर,14.11.2010)।
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