फर्जी दस्तावेज के आधार पर चुनाव लड़ने के मामले का पर्दाफाश होने के बाद रिक्त पड़े डीएवी पीजी कॉलेज छात्र संघ महासचिव पद का फैसला अब गढ़वाल यूनिवर्सिटी की हाई पावर कमेटी करेगी। कॉलेज के प्रिंसिपल ने इस संबंध में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय की इस कमेटी को पत्र लिखा है। दिशा-निर्देशन मांगा है।
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के पदाधिकारी कई दिन से लिंगदोह समिति की सिफारिशों का हवाला देते हुए छात्र संघ में पद रिक्त होने पर नीचे पद वाले पदाधिकारी को पदभार सौंपे जाने की वकालत कर रहे हैं। इस संबंध में बीते दिन उन्होंने डीएवी पीजी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. बीके नौटियाल का घेराव भी किया, लेकिन प्रिंसिपल कुछ करने को तैयार नहीं।
उनकी मानें तो लिंगदोह की सिफारिशों में इस बाबत कुछ कहा ही नहीं गया है। उनके मुताबिक सिफारिशों में मध्यावधि चुनाव न कराए जाने की बाबत लिखा है, लेकिन रिक्त पद होने पर निचले पदाधिकारी को पदभार सौंपे जाने जैसा प्रावधान नहीं किया गया है। अब कमेटी ही तय करेगी कि क्या होगा(अमर उजाला,देहरादून,11.11.2010)।
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