राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर छात्रसंघ का धरना प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा। छात्रों ने शासन-प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कहा कि शीघ्र मांगें पूरी नहीं हुई तो छात्र उग्र आंदोलन शुरू करने को बाध्य होंगे। पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारियों ने धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया।
महाविद्यालय की विभिन्न समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने छात्रसंघ के नेतृत्व में पिछले छह दिनों से धरना प्रदर्शन शुरू किया है।कोषाध्यक्ष अभिषेक बिष्ट के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी रहा। इस अवसर हुई सभा में कोषाध्यक्ष अभिषेक ने कहा कि शासन-प्रशासन की लगातार उपेक्षा से छात्र-छात्राओं का आक्रोश बढ़ रहा है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे बैठे हैं। छात्र नेता अशोक पंत ने कहा कि महाविद्यालय में पूरे क्षेत्र के छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। लेकिन लंबे समय से महाविद्यालय में विभिन्न समस्याएं दूर नहीं हो सकी हैं। उन्होंने महाविद्यालय की समस्याओं के निराकरण के लिए क्षेत्र के सभी जन संगठनों से भी आगे आने की अपील की। छात्र नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस पहल नहीं हुई तो छात्र उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। शुक्रवार को छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया(दैनिक जागरण संवाददाता,रानीखेत,26.11.2010)।
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