हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से पीजी कक्षाओं के लिए आवेदन करने वाले सैकड़ों प्राइवेट स्टूडेंट इस बार परीक्षाएं नहीं दे पाएंगे। इन कक्षाओं के लिए 25 नवंबर से परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। लेकिन, अभी भी यूनिवर्सिटी की परीक्षा शाखा में छात्रों के आवेदन आ रहे हैं।
परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि स्पष्ट न होने से छात्रों और परीक्षा शाखा के कर्मचारियों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। शाखा में हररोज दर्जनों फॉर्म पहुंच रहे हैं लेकिन, यहां पर इन आवेदनों की जांच और रोल नंबर जारी करने के लिए स्टाफ की कमी चल रही है। इससे छात्रों को समय पर रोलनंबर भेजने में देरी हो रही है।
ऐसे में दूरदराज के सैकड़ों छात्र समय पर रोलनंबर जारी न होने से इन परीक्षाओं से वंचित रह सकते हैं। इस बारे में यूनिवर्सिटी प्रशासन और कर्मचारियों के बीच पहले भी बातचीत हो चुकी है जिसमंे प्रशासन ने कर्मचारियों को देरी से आने वाले आवेदनों को रद्द करने को कहा था।
लेकिन, स्टाफ की कमी के चलते कर्मचारी रिजेक्ट फॉर्म को भी समय पर छात्रों को नहीं भेज पा रहे हंै। परीक्षा शाखा के कर्मचारियों ने वीरवार को सीओई को इस बारे में एक पत्र सौंपा जिसमें परीक्षाओं की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की गई है।
इसके अलावा यदि तिथि स्थगित करने में परेशानी आ रही हो तो शाखा में स्टाफ बढ़ाने की मांग की गई है ताकि रोजाना आ रहे दर्जनों आवेदनों को समय पर जबाव और रोलनंबर दिया जा सके। यदि कर्मचारियों का कहना है कि यदि छात्रों को परेशानी होती है तो वे इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।
वहीं, यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि परीक्षा फॉर्म भरने के लिए पहले ही अंतिम तिथि घोषित की जा चुकी है और इसके बाद आने वाले आवेदनों का स्वीकार नहीं किया जाएगा। सीओई एएन गुप्ता का कहना है कि शाखा में देरी से पहुंचने वाले परीक्षा फॉर्म को रिजेक्ट कया जा रहा है ताकि परीक्षाएं पूर्व निर्धारित समय पर हो सके(दैनिक भास्कर,शिमला,19.11.2010)।
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