इविवि के विधि छात्र नरेंद्र बहादुर सिंह आईएएस की मुख्य परीक्षा पास कर इंटरव्यू में शामिल होने का अधिकार तो पा गए, लेकिन एलएलबी अंग्रेजी का पेपर वह उत्तीर्ण नहीं कर सके। मुख्य परीक्षा में फेल होने के बाद उन्होंने बैक पेपर भरा, लेकिन फिर फेल हो गए। नरेंद्र के अलावा एलएलबी प्रथम वर्ष के १०० से अधिक और छात्र हैं जो अंग्रेजी तथा अन्य पेपर में फेल हुए हैं। इससे नाराज छात्रों ने कापी जांचने में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सोमवार को परीक्षा नियंत्रक का घेराव किया। सुनवाई नहीं होने पर छात्रों ने कोर्ट में जाने की भी धमकी दी।
एलएलबी प्रथम सेमेस्टर के मेन एग्जाम में भी ८० फीसदी छात्र फेल हो गए थे, जिसको लेकर काफी बवाल हुआ था। इसके बाद बैक पेपर की शर्तों में बदलाव किया गया, लेकिन अब तीन नवंबर को घोषित बैक पेपर में भी बड़ी संख्या में छात्र फेल हुए हैं। अकेले अंगे्रजी के पेपर में ही १०० से अधिक छात्रों के फेल होने की बात कही जा रही है। सनातन देव पांडेय, योगेंद्र सिंह ने बताया कि मुसलिम लॉ में १५ तथा हिन्दू लॉ में चार विद्यार्थियों ने बैक पेपर दिया था, लेकिन सभी फेल हो गए हैं। जबकि पेपर अपेक्षाकृत अच्छा हुआ था। यही हाल अन्य पेपरों में भी है। छात्रों का कहना था कि वे रिजल्ट निकलने के बाद से ही विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे हैं(अमर उजाला,इलाहाबाद,16.11.2010)।
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