सरकारी विभागों में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी अब क्लर्क बन पाएंगे। चौकीदार और पियून पद पर तैनात कर्मचारियों को लिखित परीक्षा पास करनी होगी। प्रदेश सरकार ने ऐसे लायक कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए सीधी भर्ती से 20 फीसदी कोटा भरने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत राज्य अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड ने भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभिन्न सरकारी विभागों में क्लर्को के खाली पड़े पद भरने के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं।
20 फीसदी अतिरिक्त कोटा : सरकार ने ऐसे कर्मचारियों के लिए प्रमोशन चैनल निकाला है जो परिवारिक हालात के कारण नौकरी में आने से पहले पढ़ाई पूरी नहीं कर सके। सरकारी नौकरी में आने के बाद सेकंड डिवीजन में प्लस टू करने वाले कर्मचारियों के लिए 20 फीसदी आरक्षण दिया गया है।
होनहार कर्मचारियों को अब आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं पाएगा। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पदोन्नति के लिए 10 फीसदी का आरक्षण कोटा सरकार ने दिया है। 20 फीसदी अतिरिक्त कोटे से कुल आरक्षण 30 फीसदी हो जाएगा।
प्रधान सचिव वित्त अजय त्यागी ने कहा कि सभी विभागों से तृतीय श्रेणी के स्वीकृत पदों का ब्योरा लिया जा रहा है। खाली पड़े पद 20 फीसदी कोटे के तहत भरे जाएंगे। सरकार में मुख्यमंत्री के विशेष निजी सहायक एवं कर्मचारी नेता जोगेंद्र वर्मा ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी के अधिकांश कर्मचारी विकट पारिवारिक परिस्थितियों से बमुश्किल सरकारी नौकरी में आए हैं।
सरकार ने प्रमोशन का रास्ता निकालकर कर्मचारी वर्ग के लिए बेहतरीन काम किया है। सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री धूमल ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए पदोन्नति के अवसर न होने के चलते नई पहल की। बजट में 20 फीसदी आरक्षण कोटा दिया गया। छह माह में क्लर्क श्रेणी के 800 पद भरने का ऐलान किया गया है(दैनिक भास्कर,हिमाचल,8.11.2010)।
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