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29 नवंबर 2010

एरिक्सन की नजर भारतीय कर्मचारियों पर

अमेरिका में कई बड़े नेटवर्क आउटसोर्सिंग सौदे हासिल करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम गियर निर्माता एरिक्सन इन अनुबंधों को पूरा करने के लिए भारत में काम करने वाले अपने कर्मचारियों की ओर देख रही है। इन अनुबंधों में से कुछ को देश के बाहर पूरा किया जाएगा और इसका मतलब यह हुआ कि कंपनी यहां अपनी वर्कफोर्स में इजाफा करेगी। टेलीकॉम गियर निर्माता के एक शीर्ष एग्जिक्यूटिव ने यह जानकारी दी।

एरिक्सन और भारती एयरटेल ने भारत में मैनेज्ड कैपेसिटी और मैनेज्ड सर्विसेज की अवधारणा में विशेषज्ञता हासिल की है, जिसमें वेंडर मोबाइल नेटवर्क बनाने, उसके प्रबंधन और संचालन का जिम्मा संभालता है। इस सेगमेंट में एरिक्सन की भारतीय इकाई में शामिल कर्मचारी सबसे ज्यादा अनुभव रखते हैं। वे पिछले दशक की शुरुआत से भारती के लिए यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।


एरिक्सन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और हेड ऑफ बिजनेस यूनिट-ग्लोबल सर्विसेज मैग्नस मैंडरसन ने ईटी को बताया कि कंपनी के पास भारत में सक्षम संसाधन हैं, जहां उसने भारती एयरटेल के साथ साझेदारी में 2000 में ग्लोबलसर्विसेज कारोबार शुरू किया था। 

पिछले छह से सात साल के दौरान एरिक्सन ने अपने कर्मचारियों की तादाद में इजाफा कर उसे 6,500 से ज्यादा पहुंचा दिया है, जिनमें से करीब 3,000 वैश्विक सर्विसेज से जुड़े हैं। उन्होंने कहा, 'हम मुंबई, दिल्ली, चेन्नै, नोएडा और पुणे में क्षमता बढ़ा रहे हैं। हम मौजूदा स्तर से इसमें काफी इजाफा करेंगे।' 

मैंडरसन ने कहा कि बीते एक साल के दौरान भारत में ग्लोबल सर्विसेज 1,000 से बढ़कर 3,000 कर्मचारियों पर पहुंच गया है और 'अगर मैक्रो इकनॉमिक और क्लाइंट हासिल करने में कामयाबी मिलती रहती है, तो आने वाले वर्षों में नियुक्तियां इन्हीं स्तरों पर बनी रहेंगी।' 

एरिक्सन को हाल में प्रमुख अमेरिकी कैरियर स्प्रिंट्स सीडीएमए नेटवर्क की ओर से नया कॉन्ट्रैक्ट मिला है। इस अनुबंध के एक बड़े हिस्से को भारतीय कर्मचारी पूरा करेंगे। मैंडरसन ने कहा कि कंपनी की रणनीति के मुताबिक एशिया और उत्तरी अमेरिका से आने वाले ज्यादा से ज्यादा मैनेज्ड सर्विसेज अनुबंधों को भारत से अंजाम देना है। भारतीय ऑपरेटर इन दिनों 3जी नेटवर्क शुरू करने की तैयारी में हैं, ऐसे में एरिक्सन का मानना है कि यह न केवल इन नेटवर्क को शुरू करने में मदद देने बल्कि आगे चलकर इनके प्रबंधन का जिम्मा अपने हाथों में लेना का भी सुनहरा मौका है। 

भारतीय मोबाइल ऑपरेटर एयरसेल, वोडाफोन और भारती एयरटेल के कॉन्ट्रैक्ट के एक अंश के तहत 3जी रॉल आउट अनुबंध हासिल करने वाली एरिक्सन का कहना है कि वह दूसरे खिलाडि़यों से भी बातचीत कर रही है, जिन्होंने 3जी स्पेक्ट्रम हासिल किया है। उन्होंने कहा, 'वैश्विक स्तर पर भारत महत्वपूर्ण बाजार है।' कंपनी ने कहा कि वह 4जी नेटवर्क शुरू करने को लेकर कई ऑपरेटरों के साथ विचार-विमर्श कर रही है और इस सिलसिले में ट्रायल चल रहे हैं। हालांकि कमर्शल शर्तों को लेकर बातचीत अभी शुरू नहीं हुई है। 

मैंडरसन ने कहा, 'जी हां, कई ट्रायल जारी हैं। सिस्टम कुछ इस तरह का होना चाहिए, जो वॉयस और डाटा के साथ इंटीगेट हो जाए।'(गुलवीन औलख,इकनॉमिक टाइम्स,19.11.2010)

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