राज्य के विद्यालयों में अगले तीन साल में कक्षा एक से बारह तक नेशनल काउंसिल ऑफ एज्युकेशन रिसर्च एण्ड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) का पाठ्यक्रम लागू करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी श्रृंखला में चालू सत्र में कक्षा नौ और ग्यारह में यह पाठ्यक्रम लागू कर दिया गया है।
अगले साल इसे कक्षा आठ, दस और बारह में भी शुरू कर दिया जाएगा। कक्षा आठ के लिए पाठ्यपुस्तक मण्डल नई पुस्तकें तैयार करने में जुटा है। इसके बाद आगामी सत्रों में कक्षा सात और फिर कक्षा छह में शुरू किया जाएगा।
पांचवीं कक्षा हुई बाहर
पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस साल जुलाई में जयपुर के 20 और अलवर के 40 स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक नया पाठ्यक्रम लागू किया गया। इस पाठ्यक्रम में शामिल बिन्दुओं को पांचवीं कक्षा के लिए अव्यावहारिक माना गया। इसके चलते फिलहाल पांचवी कक्षा को पायलट प्रोजेक्ट से हटा लिया गया है। प्रोजेक्ट की सफलता ही नया पाठ्यक्रम लागू करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
अब तय होगी कार्ययोजना
'पांचवी कक्षा के लिए पाठ्यक्रम व्यावहारिक नहीं लगा, सो हटा लिया गया है। अगले साल परीक्षण के तौर पर नया पाठ्यक्रम अन्य कक्षाओं में भी लागू किया जा सकता है। सर्वशिक्षा अभियान के साथ 9 नवम्बर को होने वाली बैठक में आगामी कार्ययोजना तय की जाएगी-श्यामसुन्दर बिस्सा, निदेशक, प्रारम्भिक शिक्षा(राजस्थान पत्रिका,बीकानेर,5.11.2010)
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