पंजाब यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड एडेड कॉलेजों में नियुक्तियां अब नियमों के दायरे में होंगी। इसके लिए यूटी एजूकेशन डिपार्टमेंट ने नई पॉलिसी तैयार कर ली है। इस पॉलिसी का प्रस्ताव इन दिनों मंजूरी की प्रक्रिया के आखिरी दौर में है।
प्रस्तावित पॉलिसी में इंटरव्यू की वेटेज को कम करके एकेडमिक रिकॉर्ड को प्राथमिकता दी गई है। इंटरव्यू की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाया गया है। इंटरव्यू पैनल में शामिल तीनों नॉमिनी को दस-दस नंबरों में से अंक देने होंगे। पीयू के दोनों नॉमिनी को मिलाकर दस नंबर तक देने का प्रस्ताव है।
एकेडमिक रिकॉर्ड को ज्यादा अहमियत
एकेडमिक रिकॉर्ड में उम्मीदवारों के मार्क्स के साथ ही अनुभव, कम्युनिकेशन स्किल्स और सब्जेक्ट नॉलेज को मुख्य पैमाना बनाने का प्रस्ताव है। इसी तरह मास्टर डिग्री में 60 फीसदी से ज्यादा नंबर लेने वाले सभी उम्मीदवारों को दिए जाने वाले 10 अतिरिक्त नंबर भी अब स्लैब में बटेंगे। यानी 60 से 70, 70 से 80, 80 से 90 और 90 फीसदी से ज्यादा नंबर लेने वाले उम्मीदवारों को 10 नंबरों से स्लैब में नंबर दिए जाएंगे।
यानी 90 फीसदी से ज्यादा नंबर लेने वाले उम्मीदवार को पूरे 10 नंबर मिलेंगे। लेकिन60 से 70 फीसदी नंबर लेने वालों को 10 में से 2 या तीन नंबर दिए जाएंगे। इसके बाद इंटरव्यू लेने वालों को भी दस-दस नंबरों से अंक देने होंगे। प्रस्ताव के मुताबिक इंटरव्यू बोर्ड में संबंधित कॉलेज के नॉमिनी के अलावा पंजाब यूनिवर्सिटी के दोनों नॉमिनी और डायरेक्टर हायर एजूकेशन चंडीगढ़ के नॉमिनी 10-10 नंबरों में से नंबर देंगे। अभी तक नंबरों की ऐसी कोई सीमा नहीं थी। लेकिन इस प्रस्ताव में पीयू के दोनों नॉमिनी सब्जेक्ट एक्सपर्ट और वीसी नॉमिनी दोनों को ही 10 में से नंबर देने होंगे।
इंटरव्यू लेने वाले की जवाबदेही होगी तय
नई पॉलिसी में इंटरव्यू लेने वालों की भी जवाबदेही तय करने का प्रस्ताव है। इस पॉलिसी में इंटरव्यू बोर्ड में शामिल कॉलेज, डायरेक्टर हायर एजूकेशन और पीयू के दोनों नॉमिनी में से कोई भी नॉमिनी अगर किसी उम्मीदवार को 95 फीसदी से ज्यादा और 40 फीसदी से कम नंबर देते हैं तो उसका कारण स्पष्ट करना होगा। यानी नॉमिनी को लिखित तौर पर यह बताना होगा कि उसने उम्मीदवार को इतने ज्यादा या कम नंबर क्यों दिए हैं। इस पॉलिसी को मंजूरी मिलने के बाद यूटी में गवर्नमेंट एडेड कॉलेजों में होने वाली टीचरों की भर्ती प्रक्रिया पर लागू किया जाएगा(दैनिक भास्कर,चंडीगढ़,14.12.2010)।
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