सेमेस्टर परीक्षाओं में देरी से नाराज बरकतउल्ला विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कालेज के छात्र सोमवार को सड़क पर आ गए। विरोध के चलते सभी विद्यार्थी मिड सेमेस्टर की परीक्षा का बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए। छात्रों का प्रदर्शन शाम तक चलता रहा। वहीं पैरामेडीकल के छात्रों ने रिजल्ट में देरी के विरोध में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। बीयू के दोनों छोर सोमवार को हंगामे में डूबे रहे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले पहुंचे पैरामेडीकल के छात्र-छात्राओं ने कुलपति कार्यालय को घेर लिया। अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी मुख्य गेट पर ही नारेबाजी करते रहे। इस बीच कुलसचिव उनसे चर्चा करने पहुंचे, लेकिन छात्रों ने यह कहते हुए उन्हें लौटा दिया कि कुलपति से ही बात करेंगे। विरोध थमता न देख रजिस्ट्रार वहां से रवाना हो गए। बाद में कुलपति से मिलकर छात्रों ने ज्ञापन सौंपा। इसमें छात्रों ने बताया कि हृयूमन न्यूट्रीशियन का रिजल्ट बीयू ने अगस्त में घोषित किया था। इसमें 54 में से केवल छह छात्र ही पास हो सके थे। प्रदर्शनकारियों ने परिषद के नियम विरूद्ध रिजल्ट बनाने का आरोप विवि पर लगाया है। छात्रों की मांग है कि आंतरिक मूल्यांकन के अंकों को शामिल किया जाए अथवा 33 प्रतिशत के बिना ही 50 प्रतिशत एग्रीगेट रखकर नया रिजल्ट घोषित किया जाए। कुलपति के आश्वासन पर भी छात्रों ने अपना प्रदर्शन खत्म किया।
बीयूआईटी में बहिष्कार :
वहीं अकादमिक कैलेंडर का पालन न होने पर बीयूआईटी के छात्रों ने मिड सेम परीक्षा का बहिष्कार कर दिया। इन छात्रों का आरोप है कि सेमेस्टर परीक्षाएं समय पर न होने के कारण उनका कोर्स भी बढ़ रहा है। वहीं प्लेसमेंट में भी वे शामिल नहीं हो पा रहे। इससे उनका भविष्य अंधकार में आ गया है। छात्रों ने विवि प्रशासन न धोखे का आरोप लगाया है(दैनिक जागरण,भोपाल,14.12.2010)।
जानकारी के लिए आभार!
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