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14 दिसंबर 2010

बिहारःलेक्चरर बनने के लिए देनी होगी परीक्षा

विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की बहाली के लिए नई प्रक्रिया लागू की जाएगी। नियुक्ति के लिए अब लिखित परीक्षा आयोजित होगी। यह परीक्षा 30 अंकों की होगी। 20 अंकों की मौखिक परीक्षा भी देनी होगी। राज्यपाल सह कुलाधिपति देबानंद कुंवर के साथ सोमवार को कुलपतियों की हुई बैठक में यह निर्णय किया गया। दूसरा बड़ा फैसला यह रहा कि अब विश्र्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को रोजाना हाजिरी नहीं बनानी होगी। कुलाधिपति ने शिक्षकों के स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा इनका स्टैंडर्ड अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। राजभवन में आयोजित बैठक में कुलाधिपति ने सभी कुलपतियों को शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अनुशासन बनाये रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कुलपतियों से ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा, जिससे योग्य शिक्षक मिल सकें और योग्य विद्यार्थी पैदा हो सकें। उन्होंने कहा कि अधिकांश मामलों में ऐसा पाया गया है कि शिक्षकों का स्तर वैसा नहीं है, जैसा होना चाहिए। शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरने का निर्देश देते हुए श्री कुंवर ने सभी से नियुक्ति प्रक्रिया पर विचार-विमर्श किया। कुलपतियों ने उन्हें बताया कि शिक्षकों की बहाली के लिए सभी विश्र्वविद्यालयों में चयन समिति कार्यरत है। शैक्षणिक करियर के आधार पर नियुक्ति की जाती है। विमर्श के बाद तय हुआ कि शिक्षकों की बहाली के लिए अब 30 अंक की लिखित परीक्षा और 20 नंबर की मौखिक परीक्षा होगी। शेष 30 नंबर का मूल्यांकन शैक्षणिक करियर और 20 नंबर का मूल्यांकन पढ़ाने की क्षमता के आधार पर होगा। नई प्रक्रिया का मकसद सुयोग्य शिक्षकों की बहाली है(दैनिक जागरण,पटना,14.12.2010)।

हिंदुस्तान,पटना संस्करण की ख़बरः
नई सरकार के सत्ता में आने के बाद राजभवन में पहली बार हुई राज्य के एक दर्जन विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक में व्याख्याताओं की बहाली के नए फार्मूले पर कुलाधिपति सह राज्यपाल देबानंद कुं वर ने मुह र लगाई। राज्य सरकार जहां लेक्चररों के पदों को भरने के लिए आयोग गठित करने का मन बना रही है वहीं कुछ कुलपतियों ने कुलाधिपति को सुझाव दिया कि एकेडमिक कॅरियर देखे जाने के अलावा व्याख्याताओं की नियुक्ति में लिखित परीक्षा भी होनी चाहिए। विचार के बाद नियुक्ति का नया फार्मूला बना। निर्णय हुआ कि एके डमिक कॅरियर पर 30 फीसदी, लिखित परीक्षा पर 30 फीसदी, मौखिक परीक्षा पर 20 और पढ़ाने की क्षमता पर 20 फीसदी अंक दिए जाएंगे। कुलाधिपति ने आदेश दिया कि इसी आधार पर व्याख्याताओं का चयन किया जाये। मानव संसाधन विकास विभाग के विशेष सचिव मिन्हाज आलम की मौजूदगी में हु ई इस बैठ क में क ई महत्वपूर्ण निर्णय हुए। चांसलर ने कु लपतियों को निर्देश दिया कि विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक व प्रशासनिक अनुशासन बनाए रखें। ऐसी व्यवस्था करें जिससे विवि एवं कॉलेजों में योग्य शिक्षक और योग्य विद्यार्थी रहें । कु लाधिपति ने माना कि ज्यादातर मामलों में शिक्षक का स्तर वह नहीं है जैसा होना चाहिए। अंगीभूत कॉलेज भी विवि का ही एक अंग हैं । उनके पठनपाठन का स्तर, अनुशासन एवं अन्य सभी कार्य गरिमापूर्ण होना चाहिए। बैठक में शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के रिक्त पदों पर होने वाली नियुक्ति के तौर-तरीकों पर विस्तार से चर्चा हु ई। कुलपतियों ने जानकारी दी कि सभी विवि में चयन समिति कार्यरत है जो एके डमिक कॅरियर के आधार पर नियुक्ति करती है ।

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