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29 दिसंबर 2010

दिल्ली में नर्सरी दाखिलाः1-1 पॉइंट होगा अहम

नर्सरी क्लास में एडमिशन के लिए स्कूलों में हजारों की संख्या में आवेदन आते हैं। स्कूलों में एक सीट के लिए 8-10 दावेदार होते हैं। कई स्कूलों में तो इससे भी कड़ा मुकाबला देखने को मिलता है। स्कूलों के मुताबिक, ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर) कोटा बढ़ने के कारण जनरल कैटिगरी की सीटें कम हुई हैं और इस कैटिगरी के लिए एडमिशन की राह थोड़ी मुश्किल हो जाएगी। कुछ सालों पहले तक नर्सरी के लिए इतना कड़ा मुकाबला देखने को नहीं मिलता था, लेकिन अब तो 1-1 पॉइंट भी एडमिशन में अहम भूमिका निभाता है।

स्प्रिंगडेल्स स्कूल की पूसा रोड ब्रांच में 102 सीटें हैं और कीर्ति नगर में 68 सीटें हैं, जबकि आवेदन पांच हजार तक आते हैं। स्कूल की प्रिंसिपल अमिता एम. वॉटल का कहना है कि पैरंट्स को घर के नजदीक स्कूलों में ही अप्लाई करना चाहिए। स्कूलों में डिस्टेंस फैक्टर के सबसे ज्यादा पॉइंट हैं और कम दूरी पर रहने वाले बच्चों को इस कैटिगरी में पूरे पॉइंट मिल सकते हैं। ज्ञान भारती स्कूल, साकेत के प्रिंसिपल आर.सी. शेखर का कहना है कि पिछले साल 150 सीटों के लिए करीब तीन हजार आवेदन आए थे। उनका कहना है कि इस बार भी स्थिति पिछले साल की तरह ही रहेगी, ऐप्लीकेशन की संख्या जरूर बढ़ेगी। ऑनलाइन एडमिशन प्रोसेस अपनाने वाले स्कूलों का तर्क है कि इस सिस्टम के कारण भी रजिस्ट्रेशन बढ़े हैं, क्योंकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आसान होता है। बाल भारती पब्लिक स्कूल (गंगा राम हॉस्पिटल मार्ग) में पिछले साल तीन हजार से अधिक ऐप्लीकेशन आई थीं और यहां सीटों की संख्या 368 हैं। बाल भारती पब्लिक स्कूल, रोहिणी में भी तीन हजार से अधिक आवेदन आए थे।

उम्र को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं
नर्सरी में दाखिले की उम्र को लेकर शिक्षा निदेशालय ने इस बार कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं दिए हैं। इस कारण अभी तक उम्र को लेकर कन्फ्यूजन दूर नहीं हो पाया है। संस्था संस्था सोशल जूरिस्ट ने हाई कोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल कर रहा है कि स्कूल में 3 साल के बच्चे को एडमिशन नहीं दिया जा सकता और गांगुली कमिटी की सिफारिशों के मुताबिक प्री प्राइमरी क्लास एक साल की होनी चाहिए और चार साल के बच्चे को ही स्कूल में एंट्री मिलनी चाहिए। याचिका में कहा गया है कि 2007 में दिल्ली सरकार ने गांगुली कमिटी की सिफारिशों को मान लिया था, लेकिन अब भी तीन साल के बच्चे को नर्सरी में एडमिशन दिया जा रहा है। उधर, निदेशालय ने इस मसले पर स्पष्ट गाइडलाइंस नहीं दी हैं। हालांकि, स्कूलों का कहना है कि नर्सरी में 3 साल के बच्चे को ही एडमिशन दिया जाएगा। हाई कोर्ट में इस मामले की सुनवाई 11 जनवरी को होगी(भूपेंद्र,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,29.12.2010)।

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