पटना विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही से 210 विद्यार्थियों के बीएड की डिग्री पर सवालिया निशान लग गया है। इन विद्यार्थियों ने वर्ष 2009-10 के बीएड पाठ्यक्रम से जो डिग्री हासिल की है, उसकी मान्यता ही नहीं मिली है क्योंकि नये पाठ्यक्रम के लिए राजभवन से मंजूरी ही नहीं ली गई थी। अब विश्वविद्यालय प्रशासन अपने दामन को झाड़ते हुए उस सत्र के बीएड पाठ्यक्रम को मान्यता दिलाने का प्रयास में है।
प्रतिकुलपति डा. एसआई अहसन ने बताया कि संबंधित सत्र के विद्यार्थियों के बीएड संबंधी डिग्री को मान्यता दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। इधर, विद्यार्थियों में इस बात को लेकर बेचैनी बढ़गई है कि बीएड परीक्षा का रिजल्ट चार माह पहले ही घोषित हो गया है तब विवि प्रशासन डिग्री को मान्यता दिलाने का आश्वासन दे रहा है(दैनिक जागरण संवाददाता,5.12.2010)।
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