शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल ने कहा है कि राज्य में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 22 हजार 690 रिक्त पद 31 मार्च 2011 तक भर दिए जाएंगे। इसके बाद स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी।
शिक्षा मंत्री जोधपुर संभाग के जिला परिषद के सीईओ, एसीईओ, शिक्षा अधिकारियों और सर्व शिक्षा अभियान व साक्षरता अभियान से जुड़े अधिकारियों की बैठक से पहले पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि जोधपुर, पाली, सिरोही, जालोर सहित 15 जिलों में सर्वाधिक रिक्त पद हैं। यहां प्राथमिकता के आधार पर पद भरे जाएंगे। हाल में डीईओ, एडीईओ, हैडमास्टर व प्रिंसिपल लगा दिए हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2400 स्कूलांे का एकीकरण किया है। यह एकीकरण ग्रामीण क्षेत्र में हुआ है। शहरी क्षेत्र में एकीकरण नए सत्र से पहले कर लिया जाएगा।
स्कूलों की दशा सुधरेगी
शिक्षा मंत्री ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों की दशा सुधरेगी। सर्व शिक्षा अभियान के बाद माध्यमिक शिक्षा के मद में केंद्र सरकार से पैसा आ रहा है।
इस राशि से स्कूलोंेके लिए भवन, भूमि, पानी, बिजली इत्यादि की व्यवस्था की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र में जो स्कूल किराए के भवन में चल रहे है, उनके लिए पंचायतों से जमीन आबंटित कराई जाएगी तथा भवन बनाए जाएंगे। शहरी क्षेत्र में कलेक्टर या स्थानीय निकाय जमीन आबंटित करते हैं तो भवन बनाएंगे।
कक्षा 6 से कंप्यूटर
मास्टर भंवरलाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशपर इस वर्ष 5 हजार स्कूलों में कंप्यूटर लगेंगे। मुख्यमंत्री ने कक्षा 6 से 8 तक के सरकारी और ग्रामीण स्कूलों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं। इसमें 2500 स्कूलों के पास कंप्यूटर भेज दिए गए हैं, शेष 2500 स्कूलों को शीघ्र भेजे जा रहे हैं।
पौने चार लाख बच्चे ड्रॉपआउट
शिक्षा मंत्री ने बताया कि चाइल्ड ट्रैकिंग सर्वे की रिपोर्ट आ गई है। इसमें 3 लाख 75 हजार बच्चे अनामांकित व ड्रॉपआउट मिले हैं। इनको शिक्षा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा(दैनिक भास्कर,जोधपुर,3.12.2010)।
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