मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

30 दिसंबर 2010

दून विश्वविद्यालय में दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था शुरू,25 कॉलेजों में आनलाइन पढ़ाई

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार को दून विश्वविद्यालय में दूरस्थ शिक्षा प्रणाली (एडुसैट) का शुभारंभ किया। यह प्रणाली उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केन्द्र, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में शुरू किया गया है।
इस अवसर पर निशंक ने कहा कि उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केन्द्र द्वारा प्रदेश के विकास एवं नियोजन कार्यों में अभूतपूर्व योगदान दिया जा रहा है। एडुसेट नेटवर्क को एक क्रांतिकारी पहल बताते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे राज्य के सुदूरवर्ती एवं आंतरिक क्षेत्रों में रहने वाले छात्र छात्राओं तक आधुनिक शिक्षा पहंचायी जायेगी।

उन्होंने इस दौरान इस प्रणाली के माध्यम से पिथौरागढ, रिषिकेश, बेदीखाल पौडी, हल्द्वानी सहित अन्य कई विद्यालयों के शिक्षकों और छात्र छात्राओं से सीधे वार्तालाप भी किया।

उन्होंने कहाकि इस प्रणाली के जरिये राज्य के युवाओं को आधुनिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षाओं और उनकी तैयारियों से संबधित जानकारी भी दी जायेगी(हिंदुस्तान,देहरादून,29.12.2010)

दैनिक जागरण की रिपोर्टः
दून विवि में बुधवार को एडुसेट नेटवर्क का उद्घाटन किया गया है। 25 कॉलेजों को तत्काल ऑनलाइन करके गुरुजी ने पर्दे पर छात्रों को लेक्चर भी दिए। पहले चरण के अन्य 28 कालेजों को जल्द नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने एडुसेट कार्यक्रम को शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर बताया। दून विवि में उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) व उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में निर्मित एडुसेट नेटवर्क का उद्घाटन मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने किया। उन्होंने कहा कि यह तकनीक सुदूरवर्ती क्षेत्रों के छात्रों को आधुनिक शिक्षा देने में लाभकारी साबित होगी। जहां शिक्षकों की कमी है, वहां विशेषज्ञ शिक्षक ऑनलाइन लेक्चर दे सकेंगे। कृषि मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस नेटवर्क के माध्यम से छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जा सकता है। विशेषज्ञों ने राजकीय पीजी कॉलेज पिथौरागढ़, ऋषिकेश, बेदीखाल पौड़ी, हल्द्वानी सहित 25 कॉलेजों को एडुसेट कार्यक्रम से जोड़ दिया। शिक्षकों ने इसका प्रदर्शन करते हुए छात्रों को पर्दे पर लेक्चर दिए। यूसैक के निदेशक डॉ. एमएम किमोठी ने कहा कि पहले चरण में 53 कॉलेजों को कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।