बाइस दिसंबर से शुरू दूसरे चरण के तकरीबन 70 हजार प्राथमिक शिक्षक अभ्यर्थियों नियोजन के कार्यक्रम का पूरी तरह पालन नहीं हो सका है। इसकी वजह अधिकारी नहीं, वरन खुद अभ्यर्थी हैं, जो निर्धारित तिथि को उपस्थित नहीं हो रहे हैं। 30 दिसंबर को नियोजन प्रक्रिया समाप्त हो जायेगी। जिलों से जो फीडबैक मिला है, उसके मुताबिक 50 फीसदी से अधिक शिक्षकों को नियोजन पत्र नहीं मिलने वाला है। लिहाजा अद्यतन स्थिति की जानकारी के लिए जिला शिक्षा अधीक्षकों तथा क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशकों की बैठक 12-13 जनवरी को आहूत की गयी है।
प्राथमिक शिक्षा उपनिदेशक आरएस सिंह ने बताया कि विधानसभा चुनाव केपूर्व इनमें दस फीसदी को नियोजन पत्र मिला भी था मगर अनियमितता की शिकायतों के मद्देनजर उन पर तो रोक लगी ही, चुनाव को देखते हुए नियोजन प्रक्रिया टाल दी गई थी। 22 दिसंबर को नगर शिक्षक अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र देने के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई मगर अधिकांश स्थान पर चयनित अभ्यर्थियों में से बहुत कम लोगों के उपस्थित हो कर नियोजन पत्र प्राप्त करने की सूचना मिली है। कई स्थानों से 25 चयनित में से मात्र 9 के पहुंचने की सूचना मिली है।
जनवरी की बैठक में नयी तिथि निर्धारित करने या न करने पर विचार किया जायेगा। बैठक में शिक्षकों को स्नातक वेतनमान देने पर भी विचार होगा।श्री सिंह ने स्पष्ट किया कि वैसे अभ्यर्थियों को भी नियोजन पत्र दिया जा रहा है जिनके प्रमाण पत्रों का आंशिक रूप से सत्यापन हो सका है। उनसे हलफनामा लिया जा रहा है कि जब तक उनके प्रमाण पत्रों का सत्यापन नहीं हो जाता, वे वेतन का भुगतान नहीं लेंगे।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा कार्यक्रम केतहत 22 दिसंबर को नगर निगम तथा नगर परिषद, 24-27 को नगर पंचायत 28 को प्रखंड तथा 29-30 को पंचायत शिक्षक अभ्यर्थियों को 29 व 30 दिसंबर को नियोजन पत्र प्रदान किया जा रहा है(दैनिक जागरण,पटना,29.12.2010)।
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