पंजाब यूनिवर्सिटी में रिटायरमेंट की दहलीज पर खड़े कई प्रोफेसरों के लिए नए साल में बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। यूजीसी ने सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में रिटायरमेंट के लिए प्रोफेसर की उम्र६५ और कुलपति की रिटायरमेंट उम्र ७० किए जाने पर मुहर लगा दी है। यह जानकारी यूजीसी के चेयरमैन डा. सुखदेव सिंह थोरट ने बुधवार को पीयू में इंडियन इकोनामिक्स एसोसिएशन की ९३वीं वार्षिक कांफ्रेंस के समापन समारोह के बाद अमर उजाला से खास बातचीत में दी।
डा. थोरट ने कहा कि यूजीसी ने प्रोफेसर और वीसी की रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने को लेकर फैसला कर दिया गया है। पंजाब यूनिवर्सिटी को सेंट्रल फंडेड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिल चुका है। ऐसे में यह लाभ पीयू के प्रोफेसर और वीसी को भी दिया जाएगा। इस बारे में अभी तक पंजाब यूनिवर्सिटी की तरफ से कोई रिक्वेस्ट यूजीसी को नहीं मिली है। जैसे ही पीयू की तरफ से इस बारे में चिट्ठी यूजीसी को मिल जाएगी पीयू में भी प्रोफेसर ६५ साल की उम्र में रिटायर होंगे।
फरवरी-मार्च में रिटायर होंगे यूजीसी के चेयरमैन
यूजीसी के चेयरमैन डा.सुखदेव थोरट फरवरी-मार्च तक रिटायर होने जा रहे हैं। हायर एजूकेशन को नई दिशा देने वाले डा.थोरट से जब उनके कार्यकाल में बढ़ोतरी पर सवाल किया तो उन्होंने साफ कहा कि इस बारे में सरकार को ही फैसला करना है। उधर पीयू कुलपति प्रो.आरसी सोबती भी यूजीसी चेयरमैन की लाइन में दिखाई दे रहे हैं। पीयू में भी काफी दिनों से सोबती के जल्द बड़े पद पर जाने की चर्चाएं जोरों पर हैं। पिछले काफी समय से प्रो.सोबती ने कई नामी हस्तियों को कैंपस में बुलाकर अपने दावे को मजबूत किया है। सोबती के अभी पीयू कुलपति के तौर पर डेढ़ साल कार्यकाल बचा हुआ है।
पीयू को यूजीसी की ओर से 50 करोड़ जल्द
पंजाब यूनिवर्सिटी को यूजीसी की ओर से मिलने वाले ३८० करोड़ में से १५० करोड़ पहले ही मिल चुके हैं। बुधवार को यूजीसी चेयरमैन डा.सुखदेव थोरट ने जल्द ही ग्रांट की अगली किस्त के तौर पर ५० करोड़ मिलने की घोषणा भी कर दी। थोरट ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी को ग्रांट मिलने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। बस उसे अपनी ग्रांट के ७० फीसदी खर्च का ब्योरा देना होगा(अमर उजाला,चंडीगढ़,30.12.2010)।
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