सूबे में दारोगाओं की भर्ती होने जा रही है। वो भी अगले माह जनवरी में। 800 बहालियों के लिए गृह विभाग की हरी झंडी भी मिल चुकी है। पुलिस महानिदेशक नेयाज अहमद ने रविवार को इन सिलसिले में एलान भी कर दिया। डीजीपी ने बताया कि फिलवक्त झारखंड में दारोगाओं के 800 पद रिक्त हैं। बहाली प्रक्रिया जनवरी में शुरू हो जाएगी। नेयाज अहमद ने कहा कि ग्राउंड फोर्स में जबतक इजाफा नहीं होगा तब तक पुलिस फोर्स से बहुत ज्यादा अपेक्षा नहीं की जा सकती। उल्लेखनीय है कि झारखंड में 1994 के बाद से अब तक दारोगाओं की बहाली नहीं हुई है। प्रदेश में 24 में से 18 जिले नक्सलवाद से बुरी तरह प्रभावित हैं। उग्रवादियों के विरुद्ध अभियान और विधि व्यवस्था को सुचारु रूप से अनुपालन के लिए दारोगाओं की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक बहाली की प्रक्रिया के सिलसिले में नए साल में विज्ञापन जारी कर युवाओं से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। इसी के साथ बहाली प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। दारोगाओं की भर्ती के बारे में डीजीपी ने जमशेदपुर में भी बयान दिया। उन्होंने बताया कि बहाली के रास्ते में जो भी अड़चन आ रही है, उसे दूर कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बंदियों की पेशी कराने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में भी साइबर क्राइम सेल स्थापित होगा और घाघीडीह जेल में जैमर लगाया जा रहा है(दैनिक जागरण,रांची,27.12.2010)।
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