शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने कहा है कि शिक्षा विभाग में एक साल में 75 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
गुर्जर आंदोलन के कारण भर्ती नहीं रुकेगी। आरक्षण वाले पदों को एकबार छोड़ दिया जाएगा। यहां पंचायत समिति कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिला परिषदों के माध्यम से 31 जनवरी तक 50 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। मुख्यमंत्री इसकी घोषणा कर चुके हैं। वित्त विभाग ने रिक्त पदों की मंजूरी भी दे दी है। राज्यभर में एक ही दिन परीक्षा होगी। पेपर भी एक ही होगा। भर्ती जिलेवार होगी। जिस जिले में जितने रिक्त पद हैं उन्हें भर दिया जाएगा।
इससे शिक्षक को अपने जिले में ही नियुक्ति मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि गुर्जर आंदोलन के कारण भर्ती प्रभावित नहीं होगी। मास्टर भंवरलाल ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा में नौ हजार द्वितीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अलावा इतने ही शिक्षकों की भर्ती की अनुमति और मांगी गई है। इसके बाद सात हजार शिक्षकों की भर्ती और की जाएगी। उच्च माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पदों को भरने के लिए 1600 व्याख्याताओं का चयन किया गया है। शिक्षा विभाग में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने से उत्पन्न हुई समस्याओं के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि नया पाठ्यक्रम होने के कारण शुरुआत में परेशानी आती है।
विद्यार्थियों को परेशानी नहीं हो इसलिए पुस्तकें इंटरनेट पर उपलब्ध करवाई गई हैं। शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जा रही है। इस संबंध में एनसीईआरटी दिल्ली से बात हो चुकी है। एसआईईआरटी उदयपुर और टीटी कॉलेजों में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान को बजट नहीं मिलने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हाल ही में दिल्ली में बैठक हुई है। विभाग के उच्चधिकारियों ने इस वर्ष का प्लान केन्द्रीय अधिकारियों को सौंप दिया है।
उम्मीद है शीघ्र ही उसे मंजूरी मिल जाएगी। उसके बाद बजट मिलेगा। उन्होंने बताया कि राज्य में 3118 उच्च माध्यमिक और छह हजार माध्यमिक विद्यालय हैं। अभियान के तहत मिलने वाली राशि से इन स्कूलों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। प्रारंभिक शिक्षा पंचायतराज को सौंपने के बाद विभाग की स्थिति को स्पष्ट करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि इससे शिक्षा के ढांचे को मजबूती मिलेगी। पंचायतराज का पूरा भरोसा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया इस मुद्दे को लेकर उनके व पंचायतराज मंत्री के बीच कोई विवाद नहीं है।
शिक्षा विभाग की बैठक आज: शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल सोमवार को बीकानेर संभाग के शिक्षा अधिकारियों की बैठक लेंगे। बैठक जिला परिषद सभागार में होगी। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि बैठक में पंचायतराज को शिक्षा देने के बाद की स्थितियों पर विचार मंथन किया जाएगा। समानीकरण और तबादलों के बाद की स्थिति की समीक्षा की जाएगी। जिन शिक्षकों ने अब तक कार्यग्रहण नहीं किया है उन्हें हर हाल में 31 दिसंबर तक कार्यग्रहण करना होगा। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी और ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी को जिम्मेवार माना जाएगा। मेघवाल ने बताया कि बैठक में सभी मसलों पर चर्चा की जाएगी(दैनिक भास्कर,बीकानेर,27.12.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।