नर्सरी एडमिशन के मापदंडों को लेकर संदेह बढ़ता जा रहा है। इस बारे में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के अलग-अलग बयानों के बाद फेडरेशन ऑफ स्कूल्स की मांगों ने मामले को और उलझा दिया है। ऐसे में पैरंट्स की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं।
गुरुवार को मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा था कि नर्सरी एडमिशन में लॉटरी सिस्टम लागू करना ठीक नहीं है, जबकि शिक्षा मंत्री अरविंदर सिंह लवली लॉटरी सिस्टम के समर्थन में हैं। शिक्षा मंत्री का कहना है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम भी लॉटरी सिस्टम के पक्ष में है। ऐसे में नई गाइडलाइंस में इसे शामिल किया जाना चाहिए। उधर स्कूलों का कहना है कि पॉइंट सिस्टम लागू होना चाहिए, क्योंकि लॉटरी सिस्टम में माता-पिता को यह पता नहीं होगा कि उनके बच्चे का एडमिशन कहां होगा।
इससे उनकी दिक्कतें बढ़ जाएंगी, जबकि पॉइंट सिस्टम में वे आसानी से आंकलन कर सकेंगे। इस बीच फेडरेशन ऑफ स्कूल्स के अध्यक्ष आर. पी. मलिक का कहना है कि हमने सरकार से 20 पर्सेंट मैनेजमेंट कोटा और ईडब्ल्यूएस कैटिगरी के लिए बजट की मांग की है।
गौरतलब है कि नर्सरी एडमिशन की गाइड लाइंस तैयार करने के लिए शिक्षा विभाग में बैठकों का दौर जारी है। माता-पिता और स्कूल असमंजस की स्थिति में हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या इस बार एडमिशन में ड्रॉ सिस्टम अपनाया जाएगा या फिर मौजूदा पॉइंट सिस्टम को ही जारी रखा जाएगा? राइट टु एजुकेशन एक्ट के मुताबिक सरकार ने शिक्षा विभाग को जो गाइडलाइंस दी हैं, उनमें नर्सरी एडमिशन में अलग-अलग कैटिगरी बनाने की व्यवस्था है और फैसला ड्रॉ के जरिए होगा।
हालांकि प्राइवेट स्कूलों ने सरकार को भेजे गए सुझावों में कह दिया है कि ड्रॉ सिस्टम तकनीकी आधार पर सही नहीं है और पॉइंट सिस्टम को हाई कोर्ट ने भी अपनी मंजूरी दी थी। उधर प्राइवेट स्कूलों ने यह संकेत दिया है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो उन्हें नए सिरे से अपनी रणनीति बनानी होगी। प्राइवेट स्कूलों की संस्थाओं का कहना है कि एडमिशन प्रक्रिया को लेकर सरकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।
अभिभावक भी एडमिशन फॉर्म्युले को लेकर अलग-अलग राय रख रहे हैं। ऑल इंडिया पैरंट्स असोसिएशन का मानना है कि एडमिशन पूरी तरह से ड्रॉ सिस्टम पर आधारित होने चाहिए वहीं ऐसे माता-पिता भी हैं जो कह रहे हैं कि ड्रॉ सिस्टम से एडमिशन पूरी तरह से भाग्य पर निर्भर हो जाएगा, इसलिए पॉइंट सिस्टम को जारी रखना चाहिए(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,11.12.210))।
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