क्षेत्रीय समाजिक तथा लैंगिक विभेदों को समाप्त कर सर्वसुलभ, गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा संचालित सर्व शिक्षा अभियान की प्रशिक्षण संदर्शिका में भारी चूक करते हुए बंद हो चुकी विद्यार्थी सुरक्षा बीमा योजना की जानकारी छाप दी गई। जिसके माध्यम से अब भी सामुदायिक सदस्यों को प्रशिक्षण के दौरान योजना की जानकारी दी जा रही है।
सर्व शिक्षा अभियान की समस्त योजनाओं की जानकारी देने के उद्देश्य से राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा प्रकाशित शिक्षा की ओर बढ़ते कदम प्रशिक्षण संदर्शिका के माध्यम से सदस्यों को विद्यार्थी सुरक्षा बीमा योजना की जानकारी दी जा ही है। जबकि विभाग के अनुसार यह योजना करीब तीन वर्ष पहले ही बंद हो चुकी है। संर्दशिका के अनुसार यह योजना अब भी लागू है। योजना के तहत एक बीमा कंपनी को अधिकृत कर कक्षा-1 से कक्षा-12 तक पढ़ने वाले समस्त छात्र-छात्राओं व उनके माता-पिता को बीमित कर छात्र-छात्रा से प्रतिवर्ष 75 पैसे व अभिवावक के लिए डेढ़ रुपये प्रीमियम निर्धारित किया गया है। जिसमें दुर्घटना हित लाभ के तहत छात्र-छात्रा की मृत्यु, एक अंग व एक आंख, दो हाथ दो पांव व दोनो आंख क्षतिग्रस्त होने पर 25 हजार, एक अंग क्षतिग्रस्त होने पर साढ़े बारह हजार, दुर्घटना होने पर चिकित्सा व्यय एक हजार व दुर्घटना में किताबें खो जाने पर ढ़ाई सौ रुपये दिए जाने का प्रावधान है। दावा प्राप्ति के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा क्लेम फार्म भरकर संस्तुति कर मेडि़कल रिपोर्ट, पुलिस रिपोर्ट, मृत्यु प्रमाण पत्र आदि संलग्न कर बीमा कंपनी को भेजा जायेगा। बीईओ हीरा लाल गौतम ने बताया कि बीते करीब 4-5 वर्ष पहले योजना को लागू किया गया था। इस योजना के तहत काशीपुर विकास खंड में किसी को लाभान्वित नही किया गया है। न ही छात्र-छात्राओं से बीमा प्रीमियम वसूल किया जा रहा है। वर्तमान में योजना लागु नही है। उधर, अपर राज्य परियोजना निदेशक आरके कुंवर ने बताया कि विद्यार्थी सुरक्षा बीमा योजना सर्व शिक्षा अभियान की योजना नही है। उक्त योजना करीब 4 वर्ष पहले शिक्षा विभाग द्वारा शुरु की गई थी(दीपचंद्र पाठक,काशीपुर-ऊधमसिंह नगर,13.12.2010)।
बाप रे ! जल्दी सही करवाइए। बड़ी दिक्कत हो जाएगी वरना। सीरियस बात है ये तो।
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