एक अच्छा रिज्यूमे संभावित एम्प्लॉयर पर पहला प्रभाव छोड़ने का पहला तरीका होता है। अक्सर ऐसा होता है कि हम अपने सीवी में बड़ी भूलें कर जाते हैं। यहां आप सीवी लिखते वक्त आम तौर पर की जाने वाली गलतियों को पहचान सकते हैं-
*आवेदन करने का आपका उद्देश्य अगर सीवी के आखिर में दाहिनी ओर लिखा है, तो यह बड़ी भूल है। आपका उद्देश्य शुरुआत में ही लिखा होना चाहिए। जॉब से आपको क्या उम्मीदें हैं? आपका कहां पहुंचने का उद्देश्य है? यह आपके नए एम्प्लॉयर के सामने बिल्कुल साफ होना चाहिए।
*बहुत लंबी और घुमावदार सीवी मत तैयार करें। यह छोटी और कसी हुई होनी चाहिए। भले ही आपके पास तीन साल का कार्यानुभव हो और बहुत सी अच्छी चीजें आप कहना चाहते हों। उन्हें लिखने का कोई फायदा नहीं।
*आदर्श रूप देखा जाए, तो सीवी दो पेज से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि कोई भी बड़े डॉक्युमेंट रुचि के साथ पढ़ना पसंद नहींकरेगा।
*अपनी खूबियां लिखना मत भूलें। याद रखें आपका हीरा कोई भी खोदकर नहीं निकालेगा, आपको खुद ही उसे बाहर निकालकर लोगों के सामने पेश करना होगा। जो जॉब आप कर रहे हैं, उसकी उपलब्धियों की हाइलाइट्स अवश्य लिखें। इससे आपके संभावित एंप्लॉयर की रुचि आपमें बढ़ेगी।
*अप्रासंगिक और व्यर्थ की जानकारियां किसी भी कीमत पर मत लिखिए। उदाहरण के लिए बोर्ड में आपको मिली पर्सेंटेज का कोई मतलब नहीं है अगर आपने एमबीए किया हुआ है और इन्वेस्टमेंट बैंकर के लिए आप आवेदन कर रहे हैं।
*कभी किसी सामाजिक या गैर सरकारी सेक्टर के लिए किए गए अपने किसी भी तरह के काम के अनुभव को सीवी में शामिल करना मत भूलें। कंपनियों के पास सामाजिक दायित्व भी होते हैं। कंपनी की गतिविधियां यदि आपकी पुरानी गतिविधियों से मेल खाती है, तो कंपनी में आपका चयन हो सकता है।
*यदि आपकी जॉब बीच में ही छूट गई है, तो अतिरिक्त सावधानी की जरूरत है। आपका नियोक्ता यह जानने की कोशिश करेगा कि खाली समय में आपने क्या किया। इस बारे में सीवी में लिखते वक्त काफी सावधानी की जरूरत है, क्योंकि इसके बारे में आपसे सवाल पूछा जा सकता है। सारी बातों को किनारे रख दें, तो आपका सीवी देखने में साफ-सुथरा और प्रासंगिक होना चाहिए। पेज एलाइनमेंट, बुलेट्स, फांट साइज का चयन बहुत ही सावधानी से करें(दैनिक जागरण,पटना,28.12.2010)।
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