दसवीं, बारहवीं बोर्ड कक्षाओं की प्रेक्टिकल परीक्षा जनवरी में पूरी की जाएगी। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10 से 30 जनवरी की तारीख तय की है। इससे पहले परीक्षार्थियों को रोल नंबर बांटे जाने की भी तैयारी चल रही है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाएं 23 मार्च से शुरू होंगी। दसवीं, बारहवीं कक्षा में शामिल होने वालों की संख्या हजारों में होने के कारण माशिमं ने तैयारी अभी से शुरू कर दी है। बोर्ड ने प्रक्टिल परीक्षा तक के लिए तारीख तय कर दी है। प्रदेश के सभी स्कूलों में बोर्ड कक्षा के लिए 10 से 30 जनवरी के बीच प्रेक्टिल परीक्षा आयोजित होगी। प्रेक्टिकल के लिए परीक्षार्थियों के पास रोल नंबर का होना अनिवार्य है, लिहाजा माशिमं की बड़ी चुनौती रोल नंबर तैयार करने की है। संभागीय कार्यालय में परीक्षार्थियों के रोल नंबर करने की प्रक्रिया पिछले दस दिनांे से जारी है। तैयारी ऐसी है कि परीक्षार्थियों का रोल नंबर 5 जनवरी तक जिलों के समन्वय कें द्र तक पहुंच जाए और 10 जनवरी से पहले परीक्षार्थियों को बांट दिया जाए।
60 हजार परीक्षार्थी होंगे शामिल
दसवीं बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में बिलासपुर संभाग के 60 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। बारवीं में 20 हजार तो दसवीं कक्षा का पर्चा हल करने वालों की संख्या 40 हजार है। पिछले साल की तुलना दोनों कक्षा के परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ी है। गत शिक्षण सत्र में 17 हजार परीक्षार्थी बारहवीं तो 30 हजार परीक्षार्थी दसवीं कक्षा की परीक्षा में शामिल हुए थे।
उधर,जनगणना के कारण यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं भी देर से शुरू हो सकती है। इसके पूर्व यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं 2 या 3 मार्च से शुरू हो जाती थी। गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में इस बार परीक्षाएं शुरू होने में विलंब हो सकता है।
देश भर में जनवरी से मार्च तक जनगणना का कार्य होना है। इस बीच किसी भी प्रकार की परीक्षा नहीं लेने के आदेश हैं। जनगणना राष्ट्रीय महत्व का कार्य होने के कारण सभी परीक्षाएं 15 मार्च के बाद लेने के आदेश दिए गए हैं।
यूनिवर्सिटी में पहले बीए, बीकाम और फिर बीएससी की परीक्षाएं होती है। स्नातकोत्तर परीक्षाएं भी साथ-साथ चलती है। जनगणना कार्य के कारण परीक्षाएं कब से शुरू होंगी अभी इस पर यूनिवर्सिटी में चर्चा होनी बाकी है। इस बारे में जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी। यदि परीक्षाएं 20 मार्च से भी शुरू होती है तो इसमें 15 दिन का विलंब हो जाएगा इस स्थिति में आगे का कार्यक्रम भी प्रभावित हो सकता है। अभी बीएससी की परीक्षाएं मई के आखिरी हफ्ते या जून के पहले हफ्ते तक जाती थी। विलंब होने से यह परीक्षाएं और आगे भी जा सकती है। इसके बाद मूल्यांकन और परिणाम नियम समय पर घोषित करने की चुनौती यूनिवर्सिटी के सामने होगी। इस संबंध में स्थिति क्या होगी, परीक्षा का टाइम टेबल घोषित होने के बाद जल्द ही पता चल पाएगा(दैनिक भास्कर,बिलासपुर,26.12.2010)।
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