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23 दिसंबर 2010

दर्शन पर शोध के लिए सरकार फेलोशिप बढ़ाएगी

भारतीय दर्शन में शोध को बढ़ावा देने पर सरकार और ज्यादा फोकस करेगी। इसके लिए भारतीय दार्शनिक शोध परिषद (आइसीपीआर) की विभिन्न फेलोशिप को बढ़ाकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की फेलोशिप के बराबर लाया जाएगा। इस बीच, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि ज्ञान के तेज विस्तार के इस दौर में विभिन्न विषयों के अध्ययन में दर्शनशास्त्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने जोर दिया कि दर्शनशास्त्र को किसी एक विषय के रूप में पढ़ाए जाने के बजाय उसे विभिन्न विषयों से जोड़कर पढ़ाया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने बुधवार को यहां भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद (आइसीपीआर) की ओर से प्रो. डीपी चट्टोपाध्याय और प्रो. बाला सुबंाण्यम को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए आजीवन उपलब्धि पुरस्कार देने के मौके पर ये बातें कहीं। बीमार होने के कारण आइसीपीआर के संस्थापक चेयरमैन प्रो. चट्टोपाध्याय इस मौके पर उपलब्ध नहीं थे। प्रधानमंत्री ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने कहा कि भारत में दर्शनशास्त्र की खास परंपरा रही है(दैनिक जागरण,दिल्ली,23.12.2010)।

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