सेंटर आफ एक्सीलेंस संस्थान संजौली कालेज में तीन सौ से अधिक छात्रों पर वार्षिक परीक्षा से वंचित होने की तलवार लटक गई है। कालेज प्रबंधन ने छात्र हित को देखते हुए दूसरा अवसर प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसके बावजूद छात्रों ने प्रदर्शन में सुधार नहीं किया तो सालाना परीक्षा से बाहर होना पड़ेगा। कालेज के ३२३ छात्र हाउस एग्जाम में निर्धारित ५० प्रतिशत अंकों की शर्त को पूरा नहीं कर पाए हैं। ऐसे में छात्रों पर यह तलवार लटक गई है।
कालेज प्रबंधन ने छात्रों के भविष्य को देखते हुए दूसरा मौका देने का निर्णय लिया है। इन छात्रों के लिए शीतकालीन अवकाश के बाद फिर से परीक्षा की जाएगी। जिसमें उन्हें ५० प्रतिशत अंक हासिल करने ही होंगे। निर्धारित अंक हासिल न करने वाले छात्र वार्षिक परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे।
सबसे अधिक छात्र कला संकाय के हैं। कला संकाय के तीन वर्षों के १७४ छात्र, बीकाम के ४६, बीएससी नान मेडिकल के २८, बीएससी मेडिकल के २१, बीसीए के ३७ तथा आनर्स विषयों के कुल १७ छात्र निर्धारित शर्त को पूरा नहीं कर पाए हैं। कालेज प्रबंधन ने इनकी सूची नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दी है तथा फरवरी में आयोजित की जाने वाली परीक्षा की डेटशीट को भी अंतिम रूप दे दिया है। कालेज प्राचार्य डा. अमर देव ने बताया कि हाउस एग्जाम में अनुत्तीर्ण होने वाले छात्रों की सूची नोटिस बोर्ड पर लगा दी गई है तथा शीतकालीन अवकाश से पहले डेटशीट भी लगा दी जाएगी। जिससे अवकाश के पश्चात परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
इनसेट
सेंटर आफ एक्सीलेंस संस्थान में बने रहने के लिए छात्रों को वार्षिक परीक्षाओं के साथ ही हाउस एग्जाम में भी ५० प्रतिशत अंक लेना अनिवार्य है। वार्षिक परीक्षा में ५० प्रतिशत अंक न आने पर कालेज छोड़ना पड़ता है तो हाउस एग्जाम में निर्धारित अंक न लेने वाले छात्रों को वार्षिक परीक्षा से वंचित कर दिया जाता है(अमर उजाला,शिमला,28.12.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।