नगर के बेसिक एवं जूनियर हाईस्कूलों में अध्ययनरत बच्चों के लिए अच्छी खबर है। अब मलिन बस्तियों के बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए टेम्पो की व्यवस्था की जा रही है। बच्चों को लाने ले जाने की जिम्मेदारी डूडा की सीडीएस और आंगनवाड़ी कार्यकत्री की होगी। जिले के 88 प्राइमरी और 32 जूनियर हाईस्कूलों में व्यवस्था पर नजर रखने के लिए प्रत्येक स्कूल को एक अधिकारी को सौंपा जाएगा। डीएम संजय प्रसाद की अध्यक्षता में विद्यालय विकास एंव अनुश्रवण हुई बैठक में इस योजना की जानकारी गई। संगम सभागार में आयोजित सभा में जिलाधिकारी ने इस योजना पर अमल करने के लिए प्रशासन के अधिकारी एवं सीडीएस एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जोड़ा है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों की टीम बना दी गई है। इसमें 4 स्वयं सेवक सहित कुल पांच लोग शामिल हैं। योजना में नगर के कुल 88 प्राइमरी स्कूल एवं 32 जूनियर हाईस्कूल शामिल हैं। सभा में यह भी निर्णय लिया गया कि मलिन बच्चों को स्कूल में डूडा की सीडीएस और आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा भिजवाया जाएगा। मलिन बस्ती के बच्चों की शिक्षा व्यवस्था के लिए 2 विशेष बालश्रम स्कूल खोले जाएंगे। उन्होंने शहर के पांच स्कूलों में विद्यालय विकास एवं प्रबंध समिति द्वारा मिड डे मील बनाने का काम तुरंत शुरू कराने कराने के निर्देश दिये। 5 स्कूलों एडीएमसी द्वारा मिड डे मील बनाने का एक अभिनव प्रयोग के तौर पर शुरू करने का निर्णय लिया गया। बच्चों को स्कूल भिजवाने के लिए 88 टेम्पो लगाए ला रहे हैं। शुरूआत 29 दिसम्बर से होगी(दैनिक जागरण,इलाहाबाद,25.12.2010)।
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