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03 दिसंबर 2010

मध्यप्रदेशःएक लाख दो, पुरानी डिग्री लो !

प्रदेश में फर्जी शिक्षण संस्थाएं डिग्री बांटने के मनमाफिक दाम वसूल रहीं थीं। पुराने वर्षों की डिग्री के दाम एक लाख रुपए तक और नई डिग्री के 20 से 25 हजार रुपए वसूले जा रहे थे। इसका खुलासा फर्जी शिक्षण संस्थाओं पर उच्च शिक्षा विभाग की छापामार कार्रवाई में हुआ।

गुरुवार को राजधानी में तीन और इंदौर में सात संस्थाओं पर छापे मारे गए। बीते तीन दिनों में अब तक करीब 42 स्थानों पर छापे मारे गए हैं।

छापे के दौरान उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी उस समय भौंचक्के रह गए जब इन संस्थाओं में उन्हें डिग्री पूरी तैयार मिली, लेकिन नाम के लिए स्थान खाली छोड़ दिया दिया गया था ताकि छात्र आएं और उनका नाम डिग्री में भरकर मनमाफिक दाम वसूले जा सकें।

80 वर्गफुट में कॉलेज: ग्वालियर में एक ऐसा कॉलेज सामने आया जो सिर्फ 80 वर्ग फुट क्षेत्र में चल रहा था। वहीं मुरैना के एक कॉलेज संचालक ने तो अधिकारियों को धमकाया कि चाहे जितनी कार्रवाई कर लो लेकिन वे फर्जी डिग्री बांटकर रहेंगे।


एसपी को लिखा पत्र : फर्जी शिक्षण संस्थाओं के संचालकों को गिरफ्तार करने के लिए अब उच्च शिक्षा विभाग ने पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखा है।

राजधानी में तो विभाग के कई अधिकारियों ने खुद थानों में पहुंचकर एफआईआर दर्ज करने का आग्रह किया लेकिन उन्हें पुलिस का सहयोग नहीं मिला। इसके बाद विभाग ने पुलिस अधीक्षकों से संपर्क किया है।

मंत्री करेंगे समीक्षा: प्रदेशभर में सामने आए फर्जी शिक्षण संस्थाओं के अभियान की समीक्षा 4 दिसंबर को उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा करेंगे।

छापे की कार्रवाई आयकर जैसी
फर्जी शिक्षण संस्थाओं पर छापे की कार्रवाई आयकर विभाग के छापों के जैसी हो रही है। छापे मारने वाले अधिकारियों को तक यह भनक नहीं लग पा रही है कि कब और कहां छापे मारना है। शहर में पहुंचने के बाद ही अधिकारियों को स्थान बताया जाता है। विभाग ने छापे के लिए करीब 40 से 50 अधिकारियों का चयन किया है।

छापे के लिए फोन आ रहे : फर्जी शिक्षण संस्थाओं के छापे की कार्रवाई के बाद उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के निवास स्थित कार्यालय पर फोन पर और अन्य फर्जी शिक्षण संस्थाओं के बारे में सूचनाएं दी जा रही हैं। मीडिया के दफ्तरों में भी फर्जी संस्थाओं के नाम बताए जा रहे हैं।

राजधानी में तीन संस्थानों पर छापे : राजधानी में गुरुवार को तीन संस्थानों पर छापे मारे गए। इनमें पंजाब टेक्नीकल विवि.महाराणा प्रताप नगर जोन दो,इलाहाबाद एग्रीकल्चर डीम्ड यूनिवर्सिटी चेतक ब्रिज कस्तूरबा नगर, सिक्किम मनिपाल यूनिवर्सिटी महाराणा प्रताप नगर शामिल हैं।

इंदौर में 7 संस्थानों पर छापे : इंदौर में भी 7 फर्जी शिक्षण संस्थाओं पर छापे की कार्रवाई हुई। इनमें रिफार्मर कॉलेज फ्री कॉलोनी,अरिहंत कॉलेज खंडवा रोड, विक्टोरिया कॉलेज खंडवा रोड, साइब इंस्टीटच्यूट खंडवा रोड, इंदौर मैनेजमेंट खंडवा रोड, वाइटल इंफोटेक बंसीलाल टावर,एलाइट इंस्टीटयूट विजयनगर प्रमुख हैं।

ऐसे सामने आया मामला: बीते दिनों उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा विश्वविद्यालयों के कामकाज की समीक्षा के दौरान एक कुलपति ने दुखी मन से बताया कि महाविद्यालयों में प्रवेश का प्रतिशत इसलिए कम हो रहा है कि क्योंकि राज्य में फर्जी शिक्षण संस्थान डिग्रियां बेच रहे हैं। इसके बाद छापे का निर्णय लिया गया। विभाग ने प्रदेश के अग्रणी कॉलेजों के प्राचार्यो को भी निर्देश दिए हैं कि वे फर्जी संस्थानों का निरीक्षण करें।

किसी को भी नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। जो लोग फर्जी शिक्षण संस्थाओं का संचालन कर रहे थे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी-लक्ष्मीकांत शर्मा,उच्च शिक्षा मंत्री

इन फर्जी संस्थाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। इससे उच्च शिक्षा के नए मापदंड स्थापित होंगे-प्रभांशु कमल,प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा विभाग(दैनिक भास्कर,भोपाल,3.12.2010)

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