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09 दिसंबर 2010

आईआईटी कानपुरःकंपनियों को लुभा रही तहजीब

प्लेसमेंट में अपने छात्रों को विशिष्टता के साथ शिष्टता व सौम्यता से प्रस्तुत करने की आइआइटी की नीति कारगर साबित हो रही है। राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियों को आइआइटीयंस की तहजीब काफी भा रही है। इसी का नतीजा है कि बीते पांच दिनों में 300 से अधिक छात्रों को नौकरी का अनुबंध पत्र मिल गया है। हां, फिलहाल कोई छात्र 30 लाख रुपया सालाना पैकेज का लक्ष्य अभी पूरा नहीं कर पाया है। दो दिसंबर से शुरू हुए प्लेसमेंट में फाइनेंस, बैकिंग, कंसलटेंसी व कोर कंपनियां आई हैं। आइआइटी ने इस बार छात्रों को खास निर्देश दिये थे कि वे पूरी तैयारी के साथ आइआइटीयंस होने का गुमान अलग रख कर शिष्ट प्रोफेसनल्स की तरह कंपनी प्रतिनिधियों के सामने प्रस्तुत होंगे। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। साक्षात्कार व ग्रुप डिस्कशन के पहले से टिप्स दिये गये हैं। कुलसचिव संजीव एस. कशालकर ने बताया कि बीटेक, एमटेक, पीएचडी व डुअल डिग्री प्रोग्राम के एक हजार छात्र प्लेसमेंट में भागीदारी कर रहे हैं। छात्रों को टिप्स देने का नतीजा है कि जो कंपनी दो छात्रों को लेने आई थी, पांच ले रही है। अभी तक के रुझान के अनुसार महानगरों से आये छात्र उन छोटी कंपनियों को ज्यादा महत्व दे रहे हैं, जहां उन्हें खुले आसमान में काम करने का अवसर मिल सकता है जबकि छोटे शहरों व कस्बों से आये छात्रों ने नामी गिरामी कंपनियां चुनी हैं। दिसंबर भर में 125 कंपनियां और आयेंगी। 30 लाख का लक्ष्य दूर पहले दौर में फिलहाल अधिकतम पैकेज 22 लाख तक पहुंचा है। कुछ छात्रों को कंपनियों ने 28 लाख तक का पैकेज प्रस्तावित किया है परंतु अभी अंतिमरूप से अनुबंध नहीं हुआ है। सुरक्षितनौकरी का सपना संस्थान में ऐसे छात्रों की बड़ी संख्या है जो सुरक्षित नौकरी के पक्षधर हैं। उनका रुझान सरकारी कंपनियों की ओर अधिर रहा है। इनमें आरक्षित समूह के छात्रों की संख्या अधिक है(दैनिक जागरण,कानपुर,9.12.2010)।

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