नर्सरी में उन्हीं बच्चों को दाखिला मिलेगा, जिनका 31 मार्च या उससे पहले तीन साल पूरा हो गया हो। दिल्ली सरकार ने अपने इस नियम में ग्रेस पीरियड की व्यवस्था नहीं की है। ऐसे में उन माता-पिता को परेशानी होगी, जिनके बच्चे की उम्र पहली अप्रैल या उसके बाद पूरा हो रहा है। ऐसे में उनके बच्चे का पूरा साल बर्बाद हो जाएगा। इसी कारण से बीते साल भी काफी संख्या में ऐसे बच्चों को नर्सरी दाखिला प्रक्रिया से ही बाहर कर दिया गया था। लेकिन इस बार निजी स्कूल एसोसिएशन ने दिल्ली सरकार से मांग की कि तीन साल पूरा होने के समय के साथ तीन माह का ग्रेस पीरियड रखा जाए। इससे केवल कुछ दिन कम होने के कारण किसी बच्चे का एक साल बर्बाद नहीं होगा। दिल्ली पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष आरसी जैन ने कहा कि उन्होंने इस बार मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से ग्रेस पीरियड की व्यवस्था रखने की मांग की है। इस पर दिल्ली सरकार को एक-दो दिनों में स्थिति स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अप्रैल-मई में बच्चों के तीन साल पूरा होने पर इन बच्चों के मां-पिता स्कूलों में दाखिले की गुहार लगाते हैं। वे स्कूल प्रशासन से विनती करते हैं कि उनके बच्चे का दाखिला ले लें, नहीं तो उनका एक साल बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अप्रैल में तीन साल के होने वाले बच्चों के अभिभावक स्कूलों में किसी तरह भी दाखिला कराना चाहते हैं। लेकिन पब्लिक स्कूल नियम के कारण मजबूर होते हैं(दैनिक जागरण,दिल्ली,28.12.2010)।
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