मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

18 दिसंबर 2010

दिल्लीःपहले अंग्रेजी सीखी, अब शिष्टाचार का पाठ पढ़ेंगे शिक्षक

राजधानी के एक हजार सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले 27 हजार शिक्षकों की अब कक्षाएं लगेंगी। दिल्ली सरकार ने पहले इन शिक्षकों की अंग्रेजी सुधारी और अब उन्हें शिष्टाचार का पाठ पढ़ाया जाएगा। इसी के साथ उनके व्यक्तित्व का भी विकास किया जाएगा। मतलब साफ है कि बच्चों को शिष्टाचार का पाठ पढ़ाने वाले गुरुजी को अब खुद इसका पाठ पढ़ेंगे। दरअसल, राजधानी में निजी स्कूलों के बढ़ते प्रभाव को कम करने और उन्हें टक्कर देने के लिए शिक्षा निदेशालय ने यह कवायद शुरू की है। शिक्षकों के व्यक्तित्व का भी विकास किया जाएगा। उनकी कक्षाओं में ऐसा कौशल निखारा जाएगा, जिससे कि वे बच्चों को नेतृत्व क्षमता और शिष्टाचार का ज्ञान देने में तालमेल बना सकें। निदेशालय ने ऐसी योजना तैयार की है, जिसमें शिक्षकों को अन्य कई कौशलों में पारंगत किया जाना है। पहले ही शिक्षकों को अंग्रेजी में पारगंत करने की कवायद शुरू की जा चुकी है। अब गुरुजी की इस क्लास में उन्हें शिष्टाचार के गुणों व उनके व्यक्तित्व विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा। निदेशालय के अधिकारियों की मानें, तो इसके पीछे निदेशालय का उद्देश्य पब्लिक स्कूलों को टक्कर देना है। विशेष कक्षाएं शिक्षकों के साथ निदेशालय के प्रशासनिक अधिकारियों के लिए 4 जनवरी 2011 को आयोजित की जा रही हैं। रिजल्ट के मामले में तो सरकारी स्कूल के शिक्षकों के प्रयास से निजी स्कूलों को टक्कर दी जा रही है, लेकिन निजी स्कूल के शिक्षक अंग्रेजी बोलचाल, व्यक्तित्व विकास और शिष्टाचार में उन्हें पीछे छोड़ देते हैं(दैनिक जागरण,दिल्ली,18.12.2010)।

1 टिप्पणी:

  1. हर कर्मचारी का मार्जन होता रहना चाहिये। अच्छी खबर है। धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।