स्कूलों में कार्यरत हजारों पीटीए शिक्षकों का वेतन के लिए इंतजार खत्म हो गया है। शिक्षा विभाग ने पीटीए शिक्षकों के दो माह से बकाया वेतन के दो करोड़ 86 लाख रुपए जारी कर दिए हैं।
प्रदेश के एलीमेंटरी स्कूलों में काम कर रहे करीब चार हजार पीटीए शिक्षकों को अक्टूबर और नवंबर का वेतन नहीं मिला था। शिक्षा विभाग ने इनके वेतन के लिए बजट वितरित ही नहीं किया था। इससे पहले विभाग ने पीटीए शिक्षकों के वेतन के लिए नौ करोड़ रुपए जारी किए थे। इससे अप्रैल से सिंतबर तक का वेतन जारी किया गया था।
शिक्षा विभाग से बजट जारी न होने के कारण पीटीए शिक्षक आशंकित थे कि अभी वेतन नहीं मिला तो शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में जनवरी से छुट्टियां पड़ जाने के कारण उन्हें दो माह के लिए इंतजार करना पड़ता। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक राजीव शर्मा ने बताया कि वेतन का भुगतान जल्द किया जाएगा। शिक्षकों ने वेतन के लिए बजट जारी होने पर राहत की सांस ली है।
पीटीए शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष विवेक मेहता ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्रीका आभार व्यक्तकिया है। उन्होंने सरकार और शिक्षा विभाग से यह मांग भी की है कि दर्जनों स्कूल ऐसे हैं जिनमें कार्यरत पीटीए शिक्षकों को पिछले छह महीने से वेतन ही नहीं मिल पाया है।
पीटीए शिक्षकों को दो महीने का वेतन नहीं मिलने के पीछे कारण यह है कि संबधित जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों की ओर से इन पीटीए शिक्षकों का रिकॉर्ड उच्च शिक्षा निदेशालय को नहीं भेजा गया है। इस वजह से उनका वेतन नहीं बन पाया है। संघ ने इस त्रुटि को दूर करने के लिए संबधित जिला के शिक्षा उपनिदेशकों को अतिशीघ्र निर्देश जारी करने की मांग की है(दैनिक भास्कर,शिमला,4.12.2010)।
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