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08 दिसंबर 2010

छत्तीसगढ़ःलॉ यूनिवर्सिटी का पूरा कैम्पस हुआ वाई-फाई

स्थापना के एक दशक से भी कम समय में राजधानी स्थित हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने अपने समकक्ष संस्थानों के बीच अलग पहचान बनाई है। इसी कड़ी में अब यहां के छात्रों को एक और सुविधा मिल गई है।

70 एकड़ में फैले यूनिवर्सिटी कैम्पस को वाई-फाई कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। इस सुविधा के बाद अब छात्र कैम्पस में कहीं भी बैठकर अपने लैपटॉप से इंटरनेट एक्सेस कर सकते हैं।

इस विश्वविद्यालय के पुराने कैम्पस में भी वाई-फाई सिस्टम लगाया गया था। वर्ष-2009 में विश्वविद्यालय को राजधानी से 25 किलोमीटर दूर उपरवारा गांव में शिफ्ट किया गया। पहले एकेडमिक और अब पूरे कैम्पस को वाई-फाई से कनेक्ट कर दिया गया है।

विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति डॉ. आनंद पवार ने बताया कि पूरे कैम्पस में वाई-फाई सिस्टम एक्टिवेट कराने में लगभग 13 लाख रुपए का खर्च आया है। विवि के आईटी इंचार्ज कैलाश सरोदे का कहना है कि वाई-फाई के सभी सिस्टम एक्टिव कर दिए गए हैं।


इंटर्नशिप पूरा करके लौटने के बाद 3 जनवरी से छात्रों को वाई-फाई उपहार के तौर पर मिलेगा। उन्होंने कहा कि सूचना तकनीक के बेहतर इस्तेमाल के लिए 4 एमबी के दो डाटाबेस लगाए गए हैं। इसमें मनुपात्रा डॉट कॉम और वेस्ट लॉ डॉट कॉम शामिल हैं। इसके अलावा अभी जेस्टोर और इन लॉ डॉट कॉम की लीज लाइन भी लगाई गई है।

प्रदेश की पहला शासकीय यूनिवर्सिटी :
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी को हर साल राज्य सरकार की ओर से 2 करोड़ रुपए मिलते हैं।। राशि का सही उपयोग कर विवि ने बेहतर एडवांस सुविधाएं छात्रों को मुहैया कराई हैं। वाई-फाई सिस्टम से कनेक्ट होने वाली यह प्रदेश की यह पहली यूनिवर्सिटी बन गई है।

10 दिसंबर को विवि के नए कुलपति के तौर पर ज्वाइन करने वाले परमजीत सिंह जसपाल का कहना है कि यूजीसी के साथ ही केंद्र सरकार से भी कई मदों के लिए बजट मांगा गया है। बजट मिलते ही लाइब्रेरी को भी ऑनलाइन कर दिया जाएगा।

इससे देश-दुनिया में बैठे लोग इस लाइब्रेरी की सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। इस तरह की सुविधा हो जाने के बाद देश के कुछ चुनिंदा हाईटेक पुस्तकालयों मे लॉ यूनिवर्सिटी का नाम भी शुमार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि छात्रों को शिक्षा में दी जाने वाली सुविधाओं का असर भी दिख रहा है।

प्रोजेक्ट व प्रैक्टिकल वर्क में सहायता
वाई-फाई की सुविधा ने छात्रों को अपने आप एडवांस बना दिया है। विश्वविद्यालय के लगभग सभी स्टूडेंट्स एवं स्टाफ के पास लैपटॉप हैं, फिर भी कैम्पस में 250 से भी ज्यादा पीसी लगाए गए हैं।

हाईटेक सुविधाओं की बात की जाए तो पूरा भवन एसी है। सभी क्लासरूम में डिजिटल प्रोजेक्टर एवं ऑडियो-वीडियो सिस्टम के माध्यम से अध्यापन कार्य किया जा रहा है। छात्रों का कहना है कि वाई-फाई की मदद से उन्हें अपडेट रहने में आसानी होगी।

अब छात्र अपने हॉस्टल व गार्डन में बैठकर भी बिना किसी वायर या डाटाकार्ड के इंटरनेट एक्सेस कर सकते हैं। इससे प्रोजेक्ट वर्क के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय रिफरेंस स्टडी में छात्रों को लाभ मिलेगा(अमनेश दुबे,दैनिक भास्कर,रायपुर,8.12.2010)।

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