राजस्थान यूनिवर्सिटी की परीक्षा प्रणाली अगले सत्र से बदली जाएगी। परीक्षा आवेदन से लेकर कॉपियों की जांच तक कंप्यूटर प्रणाली से की जाएगी। इस संबंध में कार्ययोजना बनाने के लिए कुलपति प्रोफेसर बी.एल. शर्मा ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
परीक्षा नियंत्रक पी.एल. रैगर ने बताया कि इन निर्देशों पर काम शुरू किया जा चुका है। यूनिवर्सिटी की प्लानिंग कमेटी में परीक्षा पैटर्न में बदलाव का प्रस्ताव रखा जाएगा। इस पर कार्ययोजना बनाकर इसे लागू किया जाएगा।
कुलपति ने बताया कि नेट की तर्ज पर उत्तरपुस्तिकाओं में उत्तर पर्यटन बदला जाएगा। दो उत्तर पुस्तिकाओं में इस तरह से सवाल दिए जाएंगे, जो इस बात को स्पष्ट करेंगे कि छात्र ने कितनी पढ़ाई की है।
शर्मा ने उदाहरण देते हुए बताया कि राजस्थान यूनिवर्सिटी सहित कुछ यूनिवर्सिटीज के छात्र आठ से दस बड़े सवाल के जवाबों की तैयारी करते हैं। दस में तीन सवाल जरूर आते हैं। इससे छात्र औसत अंक लेकर पास हो जाता है।
अगले सत्र में इस पैटर्न के बजाय कुछ इस तरह से पेपर सेट किया जाएगा, जो छात्र की क्षमताएं दर्शाए। कुल मिलाकर नेट के पैटर्न पर परीक्षा कराई जाएगी।
यह रहेगा नयापन
परीक्षा फार्म छात्र ऑनलाइन जमा करा सकेंगे, जैसा नेट या बैंक की परीक्षाओं में होता है ,परीक्षाओं में नेट की तर्ज पर प्रश्नपत्र में ही जवाब लिखने के ऑप्शन होंगे।न्यू टाइप प्रश्नपत्र के जवाब और विवरणात्मक प्रश्नों के कई सवालों के जवाब ओएमआर शीट पर दिए जा सकेंगे।
कंप्यूटरीकृत प्रणाली के जरिए स्टूडेंट्स की कॉपियां चेक होंगी। कॉपियों की जांच में गोपनीयता रखने के लिए कोडिंग, डिकोडिंग और रजिस्टर में रिकॉर्ड एंट्री तक का काम कंप्यूटरीकृत होगा।
रिजल्ट समय से पहले ही जारी होंगे। टाइम टेबल भी परीक्षा से डेढ़ से दो माह पहले जारी हो जाएगा(दैनिक भास्कर,जयपुर,8.12.2010)।
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