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25 दिसंबर 2010

मास्टरी से मिलेगी मंज़िल

इंटीग्रेटेड कोर्सेज ‘12वीं के बाद’ और ‘प्रोफेशनल कोर्स’ की जरूरत पर खरे उतरने के साथ-साथ संबंधित प्रोफेशनल फील्ड में उस्तादी हासिल करने का बढ़िया विकल्प हैं। यही वजह है कि इनकी मांग और संस्थान, दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं।

एक अरसा पहले छात्रों के बीच सोच बनी थी कि अच्छी नौकरी पाने के लिए ग्रेजुएशन के बाद प्रोफेशनल कोर्स बेहद जरूरी है। फिर वक्त बदला और यह समझा जाने लगा कि अगर प्रोफेशनल कोर्स ही करना है तो फिर क्यों न 12वीं के बाद ही कोई प्रोफेशनल बैचलर कोर्स कर लिया जाए। लेकिन अब जमाना आ गया है इंटीग्रेटेड कोर्स का। आज देश के कई संस्थानों में 12वीं पास छात्रों के लिए कई तरह के पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्सेज संचालित किए जा रहे हैं, जिन्हें करने के बाद आप संबंधित फील्ड में महारत हासिल कर लेंगे। इन कोर्सेज का चयन आपको ग्रेजुएशन के बाद की असमंजस और मास्टर डिग्री के लिए कई संस्थानों में आवेदन और प्रवेश परीक्षा के झमेलों से भी बचाएगा। इन पांच साल के कोर्सेज के सिलेबस को इस तरह डिजाइन किया जाता है कि छात्र पढ़ाई पूरी करने के बाद अपनी फील्ड में निपुण बन जाएं। हालांकि कुछ विश्वविद्यालयों में 10वीं और बीएससी के बाद भी इस तरह के कोर्सेज हैं, लेकिन यहां 12वीं के बाद वालों पर ही चर्चा करेंगे।

साइंस बैकग्राउंड के छात्रों के लिए
-पुणे स्थित आईआईएसईआर (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेश ऐंड रिसर्च) में साइंस से पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएस-एमएस प्रोग्राम संचालित किया जाता है। 60 प्रतिशत अंकों से 12वीं पास छात्र यहां किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना और आईआईटी-जेईई और इंडियन नेशनल एग्जाम जैसी परीक्षाओं के जरिए दाखिला ले सकते हैं।

-यूएम-डीएई-सीबीएस (यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई, डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी, सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन बेसिक साइंस) और एनआईएसईआर (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज एजुकेशन ऐंड रिसर्च, भुवनेश्वर) द्वारा नेशनल एंट्रेंस स्क्रीनिंग टेस्ट कराया जाता है, जिससे दोनों संस्थानों में उपलब्ध पांच वर्षीय एमएससी इंटीग्रेटिड कोर्स में प्रवेश मिलता है। यहां भी 60 प्रतिशत अंकों से 12वीं पास प्रवेश ले सकते हैं।

-आईआईटी और बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ऐंड साइंस (बिट्स- पिलानी, गोवा और हैदराबाद) में भी एमएससी प्रोग्राम्स हैं। बिट्स में एमएससी में फिजिक्स ऑनर्स का विकल्प है। एनआईटी-राउरकेला में केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स और फिजिक्स में पांच वर्षीय एमएससी इंटीग्रेडेट कोर्स हैं। यहां के लिए एआईईईई प्रवेश परीक्षा देनी होगी।


-हैदराबाद यूनिवर्सिटी (डिपार्टमेंट ऑफ मैथमेटिक्स ऐंड स्टैटिस्टिक्स) में मैथमेटिक्स, साइंस, केमिकल साइंस, सिस्टम बायोलॉजी, ऑप्टोमेट्री ऐंड विजन साइंस और नर्सिंग साइंस के मास्टर्स प्रोग्राम्स हैं। आईआईटी-जेईई/केवीपीवाई प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर यहां दाखिला होता है।


-बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ऐंड साइंस, विद्या मंदिर, पिलानी में भी ऐसे कई तरह के पाठ्यक्रम हैं- एमएससी ऑनर्स, बायोलॉजिकल साइंस, केमिस्ट्री, इकोनॉमिक्स, मैथमेटिक्स, फिजिक्स और एमएससी (टेक्नोलॉजी), इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी, फाइनेंस और इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स। अब दिल्ली यूनिवर्सिटी (डिपार्टमेंट ऑफ जिओलॉजी) में भी अर्थ साइंस में एमएससी इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू हो गया है।

-कोलकाता के सेंट जेवियर कॉलेज में बायोटेक्नोलॉजी में एमएससी का कोर्स उपलब्ध है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन लेसर्स ऐंड ऑप्टियोलेक्ट्रॉनिक साइंसेज (सीईएलओएस) कोच्ची यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी में फोटोनिक्स में पांच वर्षीय इंटिग्रेटेड कोर्स करवाया जाता है। प्रवेश ऑल इंडिया कम्बाइंड एंट्रेंस टेस्ट (कैट) के आधार पर मिलता है, जो यूनिवर्सिटी ही आयोजित करती है।

एमबीए-टेक कोर्सेज 
बहुत से संस्थानों में एमबीए (टेक.) कोर्स भी शुरू हुए हैं। एनएमआईएमएस (नरसी मूनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड हायर स्टडीज, मुंबई) में पांच वर्षीय एमबीए (आईटी, केमिकल, टेलीकॉम ऐंड मैन्यूफैक्चरिंग, फार्मा, टेक्नोलॉजी) फुल टाइम कोर्स उपलब्ध है, जिसके लिए साइंस से 12वीं (पीसीएम में एग्रीगेट 50 प्रतिशत अंक जरूरी) चाहिए। आईआईटी, मुंबई शैलेश जे. मेहता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट और आईआईटी खड़गपुर विनोद गुप्ता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में इंटीग्रेटेड बीटेक-एमबीए प्रोग्राम्स हैं।

कॉमर्स व आर्ट्स के छात्रों के लिए मैनेजमेंट क्षेत्र के लिए 
देश में कई विश्वविद्यालयों में बीबीए+एमबीए कोर्स भी संचालित होने लगे हैं। लखनऊ यूनिवर्सिटी, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, वीआईटी यूनिवर्सिटी (वेल्लूर), डीएवीवी (इंदौर), गुवाहाटी यूनिवर्सिटी और महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (रोहतक) में इस तरह के पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जहां से 12वीं पास छात्र पांच वर्ष की पढ़ाई के बाद सीधे एमबीए डिग्री लेकर निकलेंगे।

लॉ में जाने के लिए 
इन दिनों 12वीं पास आर्ट्स छात्रों के बीच पांच साल के बीए एलएलबी कोर्स का क्रेज है। नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट (बेंगलुरु), नाल्सर (हैदराबाद), एनयूजेएस (कोलकाता), नेशनल लॉ यूनि. (जोधपुर), एनएलआईयू (भोपाल), जीएनएलयू-गुजरात, हिदायतुल्ला एनएलयू (रायपुर), एनएलयू (दिल्ली), जामिया मिलिया इस्लामिया, आईपी यूनिवर्सिटी, गवर्नमेंट लॉ कॉलेज (मुंबई), आईएलएस (पुणे), अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी,आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ आदि में ये कोर्सेज उपलब्ध हैं।

लैंग्वेज, मास कम्युनिकेशन व अन्य 
इन दिनों 12वीं पास छात्रों के बीच जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में फॉरेन लैंग्वेज में बीए+एमए कोर्सेज भी काफी प्रचलित हैं, खासतौर पर आर्ट्स पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए। इसके अलावा हैदराबाद की इंग्लिश ऐंड फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी में इसी तरह के विकल्प हैं। इंग्लिश ऐंड फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी और सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड में भी पांच साल के मास कम्युनिकेशन कोर्सेज हैं। इनके अलावा अब देश के विभिन्न संस्थानों में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, मैथमेटिक्स और इंग्लिश जैसे विषयों से संबंधित कोर्स चलाए जाते हैं।

फील्ड और प्रमुख संस्थान 
साइंस ऐंड रिसर्च ऐंड रिसर्च 
(एमएस) - आईआईएसईआर, पुणे 
मैनेजमेंट 
(एमबीए-टेक)-एनएमआईएमएस, मुंबई 

बीबीए+एमबीए
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर 
लॉ
नेशनल लॉ स्कूल, बेंगलुरु 
लैंग्वेज 
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली
मास कम्युनिकेशन 
इंग्लिश ऐंड फॉरेन लैंग्वेज यूनि., हैदराबाद 
(जितिन चावला,अमर उजाला,23.12.2010)

टिप्पणीःश्री मनोज कुमार जी ने 26.12.2010 को चर्चामंच ब्लॉग पर इस पोस्ट की चर्चा की है जिसका लिंक यहां है।

2 टिप्‍पणियां:

  1. अब जमाना आ गया है इंटीग्रेटेड कोर्स का। सही बात है। अब वक़्त बदल रहा है। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
    एक आत्‍मचेतना कलाकार

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