एक जनवरी से शुरू होने जा रही नर्सरी दाखिला प्रक्रिया में नॉन स्मोकर, नॉन ड्रिंकर व वेजिटेरियन पैरेंटस, राष्ट्रीय स्तर व राज्य स्तर की कला प्रतियोगिता में हिस्से ले चुके पैरेंटस को विशेष तरजीह मिलेगी। वेजिटेरियन पैरेंटस को राजधानी के उन 58 स्कूलों में खास तवज्जो दी जाएगी जो सीधे या अपरोक्ष रूप से जैन संप्रदाय के लोगों द्वारा संचालित हैं। वहां इनके लिए अलग से प्वाइंट रखें जाएंगे। नॉन स्मोकर, नॉन ड्रिंकर व शाकाहारी मानक की सत्यता को साबित करने के लिए अभिभावकों को एक शपथ पत्र भी देना होगा। यह भी संभव है कि इसके लिए अंकों के वैटेज में बढ़ोतरी भी कर दी जाए। राजधानी में महावीर सीनियर मॉडल स्कूल ही एकमात्र ऐसा स्कूल है जो कि अपने प्वाइंट सिस्टम में इन मानकों को प्रमुखता देगा। यह तो तय कर दिया गया है कि इन मानकों को दाखिले के समय वेटेज दी जाएगी, लेकिन कितने अंकों का निर्धारण किया जाएगा यह तय होना बाकी है। माना जा रहा है प्रत्येक के लिए पांच से 15 प्वाइंट तक दिए जा सकते हैं। स्कूल केप्रिंसीपल व नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल कांफ्रेंस के पूर्व अध्यक्ष एस.एल. जैन ने बताया कि दाखिला प्रक्रिया दिशा-निर्देश के अनुसार 1 जनवरी से ही शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्वाइंट सिस्टम में दूरी व सिबलिंग भी शामिल होंगे। मानक क्या होंगे व उनके कितने प्वाइंट होंगे, इसका निर्धारण 28 दिसंबर को होने जा रही मैनेजिंग कमेटी की बैठक में लिया जाएगा। उन्होंने और दिल्ली पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष आर.सी. जैन ने बताया कि जैन समाज के दिल्ली में करीब 58 स्कूल हैं। समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए तीन मानकों को रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल स्वस्थ समाज के निर्माण में भूमिका निभा सकते हैं लिहाजा इन मानकों के जरिए एक संदेश देने की कोशिश की जाएगी। इन मानकों से बच्चे में भी स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बढे़गी। वह स्वस्थ समाज में योगदान दे सकेगा(दैनिक जागरण,दिल्ली,28.12.2010)।
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