गैंगमैन, हेल्पर, सफाईकर्मी, गेटमैन, ट्रैकमैन, खलासी, पोर्टर और चौकीदार के लिए अब ग्रुप डी कर्मचारी का संबोधन सुधार लें। वर्ष २००७-०८ में घोषित रिक्तियों को छोड़कर रेलवे डी ग्रुप के नाम पर अब कोई भर्ती नहीं करेगा। छठें वेतन आयोग की संस्तुतियों के अनुसार रेलवे जल्द ही ग्रेड-पे १८०० रुपये के पदों पर भर्तियां शुरू करने जा रहा है। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने भर्ती प्रक्रिया को लेकर चल रही उलझन को खत्म कर दिया है। साथ ही रेलवे भर्ती सेल को मजबूत करने और रिक्त पदों पर दो साल में भरने का निर्देश दिया है।
वर्ष २००६ में घोषित छठें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए रेलवे ने लंबा वक्त लिया। आरआरबी या आरआरसी के जरिए भर्ती, न्यूनतम शैक्षिक योग्यता के पेंच के कारण २००७-०८ की भर्ती भी रुकी रही। इसका फैसला होते ही रेलवे ने पे-बैंड ५२००-२०२०० और ग्रेड-पे १८०० रुपये वेतन में भर्ती शुरू करने की तैयारी भी शुरू कर दी है, परंतु इस दफे ग्रेड-पे १८०० रुपये में भर्ती होने वालों को ग्रुप-डी का नाम नहीं दिया गया है। रेलवे अफसरों के मुताबिक पदनाम में अभी कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन ग्रुप-डी श्रेणी के नाम पर कोई भर्ती नहीं होगी। वजह, इन कर्मचारियों को भी तृतीय श्रेणी का वेतन मिल रहा है। अधिशासी निदेशक (स्थापना) आर.मुरुंदन की ओर से जारी पत्र में रेलवे भर्ती सेल (आरआरसी) के जरिए नई भर्तियां करने और हाईस्कूल या आईटीआई समकक्ष जैसे सवालों को सुलझा दिया गया है। बोर्ड ने महाप्रबंधक को आरआरसी के लिए जगह, कर्मचारी, सुरक्षा, आधारभूत ढांचा उपलब्ध कराने के लिए कहा है(अमर उजाला,इलाहाबाद,12.12.2010)।
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