पत्रकारिता को एक सम्मानजनक पेशा माना जाता है। एक स्वस्थ तथा रचनात्मक समाज की स्थापना तथा सुरुचिपूर्ण जनमत के निर्माण में पत्र और पत्रकारों की अग्रणी भूमिका होती है। सभ्य और सुसंस्कृत समाज के लिए निष्पक्ष एवं निर्भीक पत्रकारिता एक अपरिहार्यता समझी जाती है। इसलिए विश्व की किसी भी व्यवस्था पद्धति को अपनाने वाले राष्ट्र आज प्रेस के अस्तित्व और आजादी को बनाये रखने के पक्षधर हैं। पत्रकारिता को लोकतंत्र का तीसरा स्तंभ माना जाता है।
परतों के तले दबी सच्चाई का अन्वेषण तथा उन्हें हू-बहू समाज के समक्ष रखना पत्रकारिता का मूल धर्म होता है। किसी भी परिघटना को व्यक्तिजनित पूर्वाग्रह से रहित होकर वर्णित करना एक दुसाध्य कार्य है। इसके लिए एक सजग सचेत और निष्पक्ष दृष्टिï की आवश्यकता होती है। जिस तरह हर व्यक्ति कलाकार नहीं हो सकता उसी तरह हर व्यक्ति पत्रकार नहीं हो सकता। पत्रकारिता एक ऐसी विद्या है जो गहरी निरीक्षण शक्ति के साथ अध्ययनशीलता और कल्पनाशीलता की मांग करती है।
आप भी चाहें तो पत्रकारिता जैसे कठिन चुनौतिपूर्ण किन्तु अत्यंत प्रतिष्ठाप्रद पेशे को करिअर के रूप में अपना सकते हैं। इसके लिए सर्वप्रथम आवश्यक है कि आप कम से कम स्नातक हों। देश विदेश और आसपास के घटनाक्रम पर एक बेबाक नजरिया और पैनी दृष्टि रखते हों। भाषा पर आपकी अच्छी पकड़ हो तथा किसी घटना विशेष की तह में जाने तथा उन्हें विश्लेषित करने की क्षमता आपमें विद्यमान हो। अगर इन गुणों को आप धारण करते हैं तो निश्चय ही एक संभावनाशील पत्रकार बन सकते हैं। अगर आपके पास उच्चतर शैक्षणिक योग्यता अथवा पत्रकारिता में डिग्री अथवा डिप्लोमा है तो यह आपकी अतिरिक्त योग्यता है। हालांकि अब बहुतेरे संचार माध्यम (खासतौर पर इलैक्ट्रोनिक मीडिया) पत्रकारिता में डिग्री अथवा डिप्लोमा प्राप्त करने वाले अभ्यार्थियों को पत्रकार के रूप में नियुक्ति में वरीयता देते हैं। किंतु यह कोई सर्वमान्य नियम नहीं है। तथापि पत्रकारिता में अपेक्षित योग्यता किसी मान्यताप्राप्त संस्थान से प्राप्त कर लेना आपके लिए फायदेमंद सिद्ध होगा।
पत्रकारिता को करिअर बनाने वाले युवाओं में कुछ बुनियादी बातों का होना आवश्यक है। उन्हें चुस्त-दुरुस्त, समयबद्ध तथा हर समय क्रियाशील रहना चाहिए। पत्रकारों में प्रगाढ़ आत्मविश्वास का होना आवश्यक माना जाता है। पत्रकारों में समाचार को तथ्यात्मक रूप से प्रस्तुत करने के साथ ही आकर्षक बनाकर उसे पाठकों के समक्ष सुरुचिपूर्ण तरीके से प्रस्तुत करने के भी गुण मौजूद होने चाहिए। पत्रकारों में समाचारों की गहराई में जाकर पैठने, उन्हें विश्लेषित करने, आकर्षक शीर्षक का चयन करने, उपलब्ध स्थान के अनुसार सारपूर्ण अधिकतम सामग्री को समायोजित करने जैसी मूलभूत बातों की समझ भी होनी चाहिए।
आज भारी संख्या में विभिन्न भाषा-भाषी पत्र-पत्रिकाओं में पत्रकारों की नियुक्ति बेहतर सेवा शर्तों के अधीन की जा रही है। दूरदर्शन, रेडियो, इलेक्ट्रोनिक मीडिया के अन्य निजी चैनल, विज्ञापन तथ प्रचार-प्रसार विभाग प्रकाशन विभाग, फिल्म प्रभाग, सूचना तथा प्रसारण मंत्रालय तथा सार्वजनिक व निजी उपक्रम प्रतिष्ठानों में भी पत्रकारिता अथवा जन संपर्क में अपेक्षित योग्यता हासिल करने वाले अभ्यार्थियों की नियुक्ति की जाती है। केंद्रीय सरकार सूचना सेवा के राजपत्रित श्रेणी के पदों की नियुक्ति संघ लोक सेवा आयोग के माध्यम से करती है। राज्य सूचना सेवा के अंतर्गत आने वाले इस श्रेणी के पदों पर नियुक्तियां प्रांतीय लोक सेवा आयोग के मार्फत की जाती हैं।
पत्रकार तथा समकक्ष पदों पर की जाने वाली प्राय: सभी नियुक्तियां चाहे वह सार्वजनिक क्षेत्र की हों अथवा निजी क्षेत्र की। समाचार पत्रों के माध्यम से आवेदन पत्र आमंत्रित कर लिखित परीक्षा अथवा साक्षात्कार के उपरांत ही भरी जाती हैं।
हालांकि पत्रकारिता करने के लिए अथवा एक सफल फ्री लांसर (स्वतंत्र पत्रकार) बनने के लिए किसी डिग्री की आवश्यकता नहीं है। इसके बिना भी आप अपनी प्रतिभा के बल पर स्वतंत्र पत्रकार बन सकते हैं। समाचार पत्र पत्रिकाओं के अनुकूल रचनाएं लिखकर अथवा खबरों का संकलन प्रेषण कर मदनी का जरिया बढ़ा सकते हैं। ऐसे कई लेखक पत्रकार हैं जो स्वतंत्र रूप से लेखन पत्रकारिता कर अपना जीवनयापन कर रहे हैं। चूंकि आज विशिष्टता का जमाना है, अतएव लेखकों, पत्रकारों के लिए यह अच्छा होगा कि वे अपनी रुचि, रुझान एवं विषय विशेष में विशेषज्ञता के आधार पर अपने कार्य क्षेत्र का चुनाव करें।
प्राय: पत्रकारिता के क्षेत्र में डिग्री अथवा डिप्लोमा के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक उतीर्ण ही निर्धारित रहती है। किसी संस्थान में स्नातक अथवा स्नातकोत्तर परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाता है तो किसी-किसी संस्थान में प्रवेश परीक्षा तथा साक्षात्कार के माध्यम से प्रवेशार्थियों का चयन किया जाता है। पत्रकारिता की पढ़ाई प्राय: सभी विश्वविद्यालयों में होती है।
पत्रकारिता की शिक्षा निम्रलिखित संस्थानों से भी प्राप्त की जा सकती है :-
० इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशंस, अरुणा आसफ अली मार्ग, जेएनयू कैम्पस, नई दिल्ली-110067.
० माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, ई-8/76, एरिया कालोनी, भोपाल-462016.
० पत्रकारिता संस्थान, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़-160019
० बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
० उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद
० अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय , अलीगढ़
० इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यज मीडिया एचआरबीआर एक्सटेंशन, कल्याण नगर, बगलौर- 560043(अनिल कुमार,दैनिक ट्रिब्यून,15.12.2010).
टिप्पणीःब्लॉग चौपाल के चर्चाकार श्री राजकुमार ग्वालनी जी ने इस पोस्ट की चर्चा 30.12.2010 को की है। लिंक यहां है।
टिप्पणीःब्लॉग चौपाल के चर्चाकार श्री राजकुमार ग्वालनी जी ने इस पोस्ट की चर्चा 30.12.2010 को की है। लिंक यहां है।
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