विशिष्ट बीटीसी सामान्य चयन 2008 के प्रशिक्षणार्थी मानदेय पाने के लिए डेढ़ साल से चक्कर काट रहे है। डायट प्रबंधन द्वारा अभी तक इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है जिससे अभ्यर्थियों में रोष व्याप्त है।
कन्नौज में, शिक्षक शिवराज सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण पूरा होने के बाद नियमानुसार उन्हे मानदेय नहीं दिया गया जिसकी वजह से अभ्यर्थियों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रहीं है। अनिल कुमार ने बताया कि मानदेय के लिए उन्होंने कई बार डायट के चक्कर लगाए लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। कुलदीप सिंह ने बताया कि 2 जनवरी को उनका प्रशिक्षण पूर्ण हो गया था। ढाई हजार रुपए प्रतिमाह से हिसाब से प्रत्येक अभ्यर्थी का 15 हजार रुपया शेष है। राजीव यादव का कहना था कि कई बार उन लोगों ने डायट में प्रार्थनापत्र दिए और मानदेय की मांग की लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। उमेश कुमार ने बताया कि मानदेय न मिलने से कई प्रशिक्षणार्थियों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। अमितकुमार, मुकेश, संतोष, पुष्पेन्द्र, देवेन्द्र, हरिओम, संजीव व कृष्ण कुमार आदि ने बताया कि यदि डायट ने शीघ्र उनका मानदेय नहीं दिया तो सभी प्रशिक्षणार्थी डायट परिसर में ही धरना देंगे। प्राचार्य डा. रघुनंदन पुजौरिया ने बताया कि विशिष्ट बीटीसी सामान्य चयन की मानदेय की धनराशि स्वीकृत हो चुकी है। शीघ्र ही प्रशिक्षणार्थियों को वितरित कर दी जाएगी(दैनिक जागरण संवाददाता,कन्नौज,3.12.2010)।
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