चौधरी चरण सिंह विवि में सेवानिवृत्ति के बाद भी कुछ ककर्मचारी सेवा से निवृत्त नहीं होते। ऐसे कर्मचारियों पर अब राजभवन की नजर पड़ गई है। सेवानिवृत्ति के बावजूद अपनी सेवाएं दे रहे कर्मचारियों की सूची राज्यपाल द्वारा मांगी गई है। सिर्फ सेवानिवृत्त के बाद काम कर रहे कर्मियों की ही नहीं, बल्कि उन्हें काम करने के लिए संस्तुति व अनुमोदन करने वालों के नाम व आदेश प्रति की मांग भी राजभवन ने की है।
काफी संख्या में कई विभागों में महत्वपूर्ण पदों पर ऐसे कर्मचारी काम कर रहे हैं जिनकी आयु 60 वर्ष से ऊपर है। विवि में फिलहाल करीब 200 नियमित कर्मचारी व 450 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैं। नियमित कर्मचारियों में इस समय करीब 30 से 40 ऐसे कर्मचारी हैं जो 60 के करीब हैं। 2012 तक इनकी संख्या दोगुनी होने की उम्मीद है।
सूत्रों के अनुसार कुछ कर्मचारी सेवानिवृत्त होने के बाद भी रिजल्ट आदि में अपनी ड्यूटी लगाए रखते हैं। इस तरह से वह अपना कार्यकाल बढ़वा लेते हैं। कई विभागों के मुखिया भी सेवानिवृत्त होने के बावजूद कार्यरत हैं। राजभवन के इस आदेश से विवि में हलचल है। जहां सेवानिवृत्त कर्मचारी राजभवन के इस आदेश से घबराए हुए हैं, वहीं उन्हें कार्य करने की संस्तुति देने वालों पर राजभवन की गाज गिर सकती है(दैनिक जागरण,मेरठ,29.12.2010)।
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