विधि विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए इस बार उम्मीदवारों को नए विषयों के सवालों से रूबरू होना होगा। संयुक्त विधि प्रवेश परीक्षा में विज्ञान, इतिहास, भूगोल और राजनीति विज्ञान के बजाय सामान्य ज्ञान, अंग्रेजी ज्ञान, समसामयिक विषयों और कानून की बुनियादी विश्लेषणात्मक समझ की परख की जाएगी। इतना ही नहीं, इस संयुक्त प्रवेश परीक्षा के आवेदन फार्म बैंकों के साथ डाकखानों में भी मिलेंगे।
गौरतलब है कि 11 विधि विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए 2008 संयुक्त प्रवेश परीक्षा होती है। उनमें कोलकाता, पुणे, भोपाल, हैदराबाद, जोधपुर, रायपुर, गांधीनगर, लखनऊ, पंजाब, पटना, बंगलौर और कोच्चि के विधि विश्वविद्यालय शामिल हैं।
संयुक्त विधि प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्रों के पुराने विषयों को बदलने के पीछे पर्याप्त वजहें हैं। अब तक प्रवेश परीक्षा में इतिहास, भूगोल, राजनीति और सामान्य विज्ञान से जुड़े बुनियादी सवाल पूछे जाते थे। लेकिन चूंकि अब इस प्रवेश परीक्षा तक पहुंचने के पहले स्कूली पढ़ाई के दौरान छात्र उन सवालों का सामना कर चुके होते हैं। लिहाजा विधि विश्वविद्यालयों की लगभग डेढ़ हजार सीटों पर पांच वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए अगले साल 15 मई को होने वाली परीक्षा में बिल्कुल नए तरीके के सवाल पूछे जाएंगे।
प्रवेश परीक्षा के कुल 200 अंकों के प्रश्न पत्र में 40 अंक अंग्रेजी समझने की क्षमता तो 50 अंक सामान्य ज्ञान और समसामयिक विषयों पर आधारित होंगे। 20 अंक गणित के बुनियादी ज्ञान पर तो 45 अंक सांख्यिकीय क्षमता और कानून की विश्लेषणात्मक समझ पर आधारित होंगे।
इसी तरह पोस्ट ग्रेजुएट [एलएलएम] स्तर पर प्रवेश परीक्षा में संविदा, परिवार, आपराधिक और संसदीय विधि जैसे विषयों पर सवाल पूछे जाएंगे। उसमें भी 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। संक्षिप्त उत्तर वाले दस सवाल होंगे। प्रत्येक के लिए पांच-पांच अंक होंगे। जबकि 50-50 अंकों के दो निबंध भी लिखने होंगे(दैनिक जागरण संवाददाता,दिल्ली,24.12.2010)।
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