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01 दिसंबर 2010

उत्तराखंडःअब एसएमएस देगा रोजगार की सूचना

आईटीआई प्रशिक्षित बेरोजगार को अब रोजगार के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। अब आईटीआई प्रशासन एसएमएस के जरिये मोबाइल पर सारी सूचनायें देगा। हल्द्वानी आईटीआई में सप्ताहभर के भीतर यह व्यवस्था लागू होने जा रही है। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।
उत्तराखंड में औद्योगिक विकास तेजी से हो रहा है। तमाम उद्योग यहां स्थापित हो चुके हैं और कुछ का अवस्थापना कार्य तेजी से चल रहा है। इनमें आईटीआई प्रशिक्षित लोगों की ज्यादा मांग है। इससे कल तक जो युवा आईटीआई के प्रति कम रुचि दिखाते थे आज प्रशिक्षण पाने के लिए लंबी लाइन में खड़े हैं।
इधर, आईटीआई में पुराना नियम है कि प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार दिलाने में मदद की जाये। ऐसे में अगर कोई कंपनी आईटीआई में ट्रेड के अनुरूप प्रशिक्षित युवाओं की मांग करती है तो आईटीआई प्रशासन प्रशिक्षित युवाओं को उनके संबंधित पतों पर चिट्ठी-पत्री भेजकर बुलाता है।

इससे जहां बेरोजगारों को समय से चिट्ठी नहीं मिल पाती है तो अधिकांशता जरूरत के समय कंपनियों को एकदम प्रशिक्षित बेरोजगार नहीं मिल पाते हैं। इस समस्या को देखते हुए अब हल्द्वानी आईटीआई (युवक) ने खुद को हाईटेक किया है। प्रधानाचार्य जीएम नेगी ने बताया कि आईटीआई ने खुद का सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया है। अब जो भी कंपनियां आईटीआई से प्रशिक्षित बेरोजगारों की मांग करेंगी तो मांग के अनुसार संबंधित ट्रेड के प्रशिक्षित बेरोजगारों को एसएमएस के जरिये मोबाइल पर सूचना दे दी जायेगी। इससे जहां बेरोजगार को सूचना भी समय से मिल जायेगा तो विभाग को भी चिट्ठी-पत्री लिखने से छुटकारा मिल जायेगा। इधर कंपनियों की जरूरत भी समय से पूरी हो सकेगी। श्री नेगी ने कहा कि नई व्यवस्था पूर्ण हो चुकी है, प्रशिक्षित बेरोजगारों से अपना नाम, पता और मोबाइल नंबर आईटीआई में आकर पंजीकृत कराने के लिए कहा गया है। श्री नेगी का दावा है कि यह व्यवस्था लागू करने वाली प्रदेश की पहली आईटीआई है।

चार को होगा साक्षात्कार
आईटीआई के प्रधानाचार्य जीएम नेगी ने बताया कि बजाज कंपनी के प्रबंधनतंत्र के अधिकारी चार दिसंबर को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में आटोमोबाइल्स के प्रशिक्षणार्थियों का साक्षात्कार लेगी और अपने उनको प्रशिक्षण देगी(दैनिक जागरण,हल्द्वानी,1.12.2010)।

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