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11 दिसंबर 2010

बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आने से अनुवादकों की पौ बारह

अनुवादक का कार्य दो भाषाओं के बीच सेतु का होता है। बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के आने के बाद से इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं बढ़ी हैं। ऐसे में अगर आप हिन्दी और अंग्रेजी भाषा पर मजबूत पकड़ रखते हैं और अगर आपको कोई तीसरी भाषा भी आती है तो आपके लिए रोजगार का बड़ा फैला हुआ क्षेत्र है।

आप सरकारी क्षेत्र में भी जूनियर अनुवादक बनकर अपने करियर की शानदार शुरूआत कर सकते हैं, साथ हीबड़े पत्र-पत्रिकाओं तथा विभिन्न प्रकाशन समूहों में भी अनुवादकों की मांग बड़ी तेजी से बढ़ी है। विज्ञापन एजेंसियों में भी अनुवादक के रूप में अच्छा रोजगार उपलब्ध है।

प्रशिक्षण का महत्व
अनुवादक या दुभाषिया के रूप में रोजगार प्राप्त करने के लिए केवल भाषा पर मजबूत पकड़ ही पर्याप्त नहीं होती बल्कि इसके लिए किसी अच्छे संस्थान से प्रशिक्षण भी अनिवार्य होता है। अनुवादक का प्रशिक्षण देने के लिए विभिन्न मान्यता प्राप्त संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों में अनुवाद डिप्लोमा संचालित किए जाते हैं। ऐसा प्रशिक्षण अनिवार्य रूप में लेना आवश्यक होता है। सरकारी स्तर पर भी गृह मंत्रालय के अधीन राजभाषा विभाग कार्यरत है, जो अपने विभिन्न विभागों के माध्यम से अनुवाद में मान्यताप्राप्तय प्रशिक्षण उपलब्ध कराता है।

पाठ्यक्रम
अनुवाद कला में विभिन्न प्रशिक्षण संस्थाओं में कई तरह के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जैसे अनुवाद में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा इन ट्रांसलेशन, स्नातकोत्तर डिप्लोमा इन ट्रांसलेशन इत्यादि।

रोजगार के अवसर
अनुवाद में डिप्लोमा पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक पूर्ण करने के बाद सरकारी एवं गैर सरकारी दोनों ही क्षेत्रों में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। सरकारी क्षेत्र में विभिन्न मंत्रालयों में जूनियर हिन्दी अनुवादक के रूप में करियर की शुरुआत होती है। इसमें चयन कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से ही होता है और आगे पदोन्नति द्वारा सीनियर अनुवादक तथा निदेशक (राजभाषा) के प्रतिष्ठापूर्ण एवं उच्च पद तक पहुंचा जा सकता है। विभिन्न समाचारपत्रोंं, प्रकाशन समूहों एवं विज्ञापन एजेंसियों में भी अनुवादकों की मांग पिछले कुछ समय में काफी बढ़ी है। विभिन्न बहुराष्ट्रीय कम्पनियां, निजी टेलीफोन आपरेटर कम्पनियां और तेजी से बढ़ते समाचार चैनलों में भी अनुवादक का प्रतिष्ठापूर्ण करियर मौजूद है। यहां अनुवादकों की काफी मांग है।

वेतनमान

सरकारी क्षेत्र में जूनियर अनुवादकों को प्रतिमाह 12000/- रुपये से अधिक वेतन मिलता है। निजी क्षेत्र में शुरुआत में 8000 से 10000/- रुपये तक प्रतिमाह वेतन प्राप्त हो जाता है। विभिन्न बहुराष्ट्रीय कम्पनियों तथा समाचार चैनलों में योग्यतानुसार वेतन कम से कम 15000/- रुपये तक हो सकता है। बाद में सरकारी एवं निजी संस्थानों में पर्याप्त उन्नति के अवसर मिलते हैं। विज्ञापन के क्षेत्र में तो अनुवादक 40000/- रुपये तक प्रतिमाह कमाते हैं।

प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान
०जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, न्यू महरौली रोड, नयी दिल्ली।
० पाठयक्रम :- स्पेनिश – अंग्रेजी, हिन्दी-अंग्रेजी, रूसी-अंग्रेजी।
० इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, मैदान गढ़ी, नयी दिल्ली।
पाठ्यक्रम :- हिन्दी-अंग्रेजी।
० भारतीय अनुवाद परिषद, स्कूल लेन, बंगाली मार्किट, बाबर रोड, नयी दिल्ली।
पाठ्यक्रम :- हिन्दी-अंग्रेजी।
० केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा (उ.प्र.)
पाठ्यक्रम :- हिन्दी अंग्रेजी।
० लखनऊ विश्वविद्यालय, बादशाह बाग, लखनऊ।
पाठ्यक्रम :- हिन्दी-अंग्रेजी।
(मीडिया एंटरटेनमेंट)(दैनिक ट्रिब्यून,8.12.2010)

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