सरकार ने संघ लोकसेवा आयोग को अखिल भारतीय सिविल सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम के स्वरूप में बदलाव करने की अनुमति दे दी है।
कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री वी नारायण सामी ने आज राज्यसभा में बताया कि सिविल सेवा परीक्षा 2011 से सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा की पद्धति और पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब तक उसमें एक प्रश्नपत्र सामान्य अध्ययन का था जो 150 अंकों का था। दूसरा प्रश्न पत्र 300 अंकों का था जिसमें अभ्यर्थी को 23 वैकल्पिक प्रश्न पत्रों में से चुनने का विकल्प था। सामी ने बताया कि संशोधित पद्धति के अंतर्गत 200 -200 अंकों के दो प्रश्नपत्र होंगे। उन्होंने बताया कि यह बदलाव अलघ समिति, द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग और संघ लोक सेवा आयोग की सिफारिशों पर विचार विमर्श के बाद किया गया है। सामी ने सदस्यों के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि पाठ्यक्रम का निर्धारण करने के लिए संघ लोक सेवा आयोग ने एक विशेषज्ञ समिति गठित की थी(दैनिक ट्रिब्यून,दिल्ली,10.12.2010)।
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