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24 दिसंबर 2010

श्रीनगरःअश्लील प्रश्नपत्र तैयार करने वाले प्रोफेसर पर केस

जम्मू कश्मीर पुलिस ने अश्लील सामग्री वाले प्रश्नपत्र तैयार करने के आरोप में कश्मीर विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ प्रोफेसर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रो. रमजान ने स्नातक (मानविकी) के प्रथम वर्ष के छात्रों को एक अनुच्छेद को कश्मीरी में अनुवाद करने को कहा था, जो कि महिला शरीर विज्ञान से जुड़ा था। कश्मीर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक एसएम सहाय ने यहां बताया कि कश्मीरी भाषा विभाग के वरिष्ठ प्रो. शाद रमजान को प्रश्नपत्र में अनुवाद के प्रश्न में अश्लीलता के लिए आरोपित किया गया है। हालांकि प्रोफेसर को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। अपने खिलाफ आरोपों को अकादमिक आतंकवाद की संज्ञा देते हुए प्रो. रमजान ने कहा कि प्रश्नपत्र का उक्त अनुच्छेद महिला शरीर विज्ञान से जुड़ी जीववैज्ञानिक तथ्य के बारे में था। उन्होंने कहा कि कक्षा सातवीं से लेकर एमबीबीएस तक पूरे देश में यह पढ़ाई जाती है। मैंने यह अनुच्छेद यूनानी मेडिसीन की एक पुस्तक से लिया था। पुलिस को पहले इस पुस्तक के लेखक के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए उन्हें मेडिकल कॉलेजों और एमबीबीएस पाठ्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए, क्योंकि वहां यहीं बातें पढ़ाई जाती हैं। इससे पहले पुलिस ने गांधी मेमोरियल कॉलेज के एक प्रोफेसर को विवादास्पद प्रश्नपत्र करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। प्रोफेसर ने प्रश्नपत्र में एक ऐसे अनुच्छेद का उर्दू से अंग्रेजी में अनुवाद करने को कहा था, जिसमें सुरक्षा बलों द्वारा कथित मानवाधिकार उल्लंघन की बात कही गई थी(दैनिक जागरण,श्रीनगर,24.12.2010)।

टिप्पणीःशब्दों का दंगल और उच्चारण ब्लॉग वाले अपने डॉ. रूपचन्द शास्त्री मयंक जी ने दिनांक 25.12.2010 के चर्चामंच पर इस पोस्ट को लिया है जिसका लिंक यहां है

4 टिप्‍पणियां:

  1. प्रोफ़ेसर को कडी सजा मिलनी चाहिए ।

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  2. प्रोफेसर को कड़ी सजा मिलनी चाहिए > मेरा ब्लाग "काव्य कल्पना" साथ ही "हिन्दी साहित्य मंच" पर भी मुझे देखिये।.......बहुत बहुत धन्यवाद।

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  3. प्रोफेसर की सफाई के मद्देनज़र वास्तविकता का भी पता लगाया जाना चाहिए।

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