नौनिहालों की पढ़ाई को लेकर चिंतित अभिभावकों की अब नए साल की शुरुआत के साथ ही नर्सरी दाखिले की दौड़ शुरू हो जाएगी। खास बात यह है कि दाखिले की निर्धारित क्राइटेरिया में फिट होने के बाद भी अगर समय रहते आवेदन नहीं किया गया तो बच्चों का स्कूल तक का सफर तय कर पाना भी सम्भव नहीं होगा।
इस राह में सबसे बड़ा रोड़ा यह है कि दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय की लाख कोशिशों के बावजूद एक केन्द्रीयकृत दाखिला कार्यक्रम लागू नहीं हो पाया है। सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत कार्यक्रम निर्धारण के मोर्चे पर स्कूल स्वतंत्र है। बस, उन्हें एक जनवरी, 2011 को शुरू होने वाली प्रक्रिया 31 मार्च तक पूरी करनी होगी।
स्कूलों को मिली इस राहत के चलते अभिभावकों की भागदौड़ बढ़ने जा रही है। किसी स्कूल में एक से तो किसी अन्य स्कूल में तीन जनवरी से दाखिला फॉर्म मिलेंगे। इसके अलावा, कोई स्कूल ऑनलाइन आवेदन स्वीकार करेगा तो कोई ऑफलाइन।
खैर, जो भी अभी तक घोषित स्कूलों के दाखिला कार्यक्रम के तहत आवेदन की अंतिम तिथि 15 जनवरी के आसपास निर्धारित गई है। उसके बाद शुरू होगी छंटनी की प्रक्रिया। बस, आवेदन खत्म होंगे और फरवरी माह से दाखिले की सूची जारी होना शुरू हो जाएगी।
मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार कानून के तहत स्कूल अभिभावकों की आय व उनकी शैक्षणिक योगयता की जानकारी नहीं ले सकते है। इसके अलावा अभिभावकों व छात्रों को किसी भी प्रकार की स्क्रीनिंग प्रक्रिया का सामना नहीं करना होगा।
नियमों की बात करें तो बीते साल की ही तरह इस बार भी फॉर्म के सथ प्रोस्पेक्ट्स खरीदने के लिए कोई भी स्कूल अभिभावकों पर दबाव नहीं बना सकता है। इसके अलावा, दाखिला प्रक्रिया के तहत निर्धारित क्राइटेरिया में एल्युमिनी, सिबलिंग, व नेबरहुड को ज्यादातर स्कूलों ने सरकार के आदेशों के तहत अहमियत दी है।
गरीब कोटे की बात करें तो इस बार इस श्रेणी के छात्रों के लिए संभावनाएं अपार हैं। डीडीए की जमीन पर चल रहे सभी स्कूलों में इस बार 15 के बजाए 25 फीसदी छात्रों को गरीब कोटे के तहत दाखिला मिलेगा। वहीं, ऐसे स्कूल जहां अब तक यह कोटा लागू नहीं था, वहां भी गरीबों के बच्चों के लिए 25 फीसदी सीटें आरक्षित हैं।
कुछ खास बातें
*दाखिले का पूरा ब्यौरा स्कूल नोटिस बोर्ड व वेबसाइट से पाया जा सकताहै।
*31 मार्च 2011 तक बच्चे की न्यूनतम आयु तीन साल होना जरूरी ।
*एडमिशन फार्म की कीमत 25 रुपए से ज्यादा नहीं वसूली जा सकती।
*दाखिले के समय ही स्कूल मूल प्रमाणपत्र मांग सकते हैं।
*स्कूलों में बच्चों का दाखिला प्वाइंट सिस्टम के आधार पर ही होगा।
*बच्चे का दाखिला यदि फीस जमा देने के बाद कागजी कार्रवाई के चलते रद्द होगा तो स्कूल को पंजीकरण शुल्क काटने का अधिकार है, शेष फीस उसे लौटानी होगी।
*दाखिले के एक महीने के अंदर अगर अभिभावकों को बच्चों को उस स्कूल में पढ़ाने के इच्छुक नहीं हैं तो स्कूल पंजीकरण शुल्क, दाखिला फीस और एक महीने की ट्यूशन फीस काटकर बाकी रकम लौटानी होगी।
क्या-क्या कागज जरूरी
*जन्म प्रमाण पत्र (एमसीडी या समकक्ष मान्यता प्राप्त संस्थान से जारी)।
*रिहायशी प्रमाण पत्र (पासपोर्ट, बिजली का बिल, टेलीफोन का बिल, वोटर आईडी, किराएदारी का करार)।
*गर्ल चाइल्ड व फस्र्ट चाइल्ड की स्थिति में अभिभावकों की ओर से सर्टिफिकेट या हलफनामा।
*एकल अभिभावक के लिए भी हलफनामा जरूरी।
*सिबलिंग के मामले में पहले से स्कूल में पढ़ रहे बच्चे के आईडी कार्ड की फोटोकॉपी।
*विशेष छात्र होने पर संबंधित प्रमाणपत्र।
*स्थानांतरण के मामले में संबंधी दस्तावेज।
*छात्र के साथ अभिभावकों के पासपोर्ट साइज फोटो भी।
*एल्युमिनाई के मामले में एल्युमिनाई कार्ड।
*आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों के छात्रों के अभिभावकों का आय प्रमाण पत्र।
अभिभावकों के लिए उपलब्ध राहतें
पिछड़े वर्ग की सहायता के लिए कैंप :
ऑल इंडिया पैरेट्स एसोसिएशन नर्सरी में आर्थिक पिछड़े वर्ग की सहायता करने व उनका दाखिला सुनिश्चित करने के लिए कैंप लगाएगा। यह कैंप राजधानी के अलग-अलग क्षेत्रों में लगाए जाएंगे, जहां दाखिला प्रक्रिया से जुड़ी गरीब कोटे के छात्रों के अभिभावकों को हर सम्भव सहायता दी जाएगी।
एकल अभिभावकों की राह आसान :
नर्सरी में दाखिले में सिंगल पैरेंट्स (एकल अभिभावक) के लिए प्वाइंट सिस्टम फायदेमंद साबित होगा। राजधानी के ज्यादातर स्कूल ऐसे अभिभावकों को दाखिले मे प्राथमिकता दे रहे हैं।
सिंगल पैरेंटस के मानक को लगभग हर बड़े स्कूल ने अपने मानकों में शुमार किया है। अंक भी एक या दो नहीं बल्कि 5 से 10 मिल रहे हैं। सिंगल पैरेंट की श्रेणी में ऐसे पैरेंट शामिल हैं जो कि अविवाहित मां या पिता हैं या तलाक शुदा पैरेंट हैं अथवा विधवा या विधुर हैं।
स्कूलों का दाखिला कार्यक्रम
दिल्ली पब्लिक स्कूल, रोहिणी 1 से 15 जनवरी
डीएवी पुष्पाजंलि एनक्लेव 1 से 15 जनवरी
फ्रेंक एंथेनी पब्लिक स्कूल 1 से 15 जनवरी
कैम्ब्रिज प्राइमरी स्कूल, न्यू फ्रैंडस कॉलोनी 1 जनवरी से
मैक्स फोर्ट स्कूल द्वारका, पीतमपुरा 1 से 15 जनवरी
सेंट थॉमस स्कूल, द्वारका 1 से 12 जनवरी
डीपीएस, मथुरा रोड 1 से 15 जनवरी
डीएवी पब्लिक स्कूल, श्रेष्ठ विहार 1 से 15 जनवरी
डीपीएस, बंसत कुंज 1 से 15 जनवरी
डॉन बोस्को स्कूल 1 से 15 जनवरी
लक्ष्मण पब्लिक स्कूल 1 से 15 जनवरी
माउंट कारमेल (आनंद निकेतन व द्वारका) 3 से 10 जनवरी
सेंट फ्रांसिस डी सेल्स, जनकपुरी 3 से 7 जनवरी
बाल भारती पब्लिक स्कूल, पीतम पुरा 3 से 15 जनवरी
सेंट कोलबंस स्कूल 3 जनवरी
डीपीस इंटरनेशनल आर के पुरम 4 जनवरी से
मॉनफोर्ट स्कूल अशोक विहार 3 से 15 जनवरी
स्प्रिंगडेल्स(पूसा, कीर्ति नगर) 3 से 10 जनवरी
कारमेल कान्वेंट स्कूल 3 से 15 जनवरी(दैनिक भास्कर,दिल्ली,30.12.2010)
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